आज हालत ये है कि कोई भी पार्टी, नेता, अभिनेता, पत्रकार, अखबार, न्यूज़ चैनल या कम्पनी हिन्दुओं के खिलाफ दुर्भावना दिखाता है तो ये मुखर 40% एक साथ उसके खिलाफ खड़ा हो जाता है ?
जिसका परिणाम ये हो रहा है कि सेक्युलर पार्टियों ने मुसलमानों की माला जपना कम कर दिया है ?
न्यूज़ चैनलों और अखबारों ने भी बहुत तेजी से अपने सेक्युलर बुरका उतार कर अब हिन्दुओं की भावनाओं को व्यक्त करना शुरु कर दिया है ?
खान बंधुओं की फ़िल्में पिटने लगी हैं,
वो सहम के अपने बिलों में घुस गए हैं,
सेक्युलर पत्रकारों का मजाक बनने लगा है ?
इन सेक्युलरों को कोई सुनना और पढ़ना नहीं चाहता।
हिन्दुओं के संगठित होने से देश की स्थिति और परिस्तिथियाँ बहुत तेजी से बदल रही हैं, जो इस बात को समझ कर अपने आप में बदलाव ला रहा है।
वही मार्केट में टिक रहा है, और टिक पायेगा, वर्ना मध्यवर्गीय हिन्दू उसको लात मारके मार्केट से बहार कर देगा ?
आज हिन्दुओं के संगठित होने का ही परिणाम है कि कांग्रेस जैसी सेक्युलर पार्टी, मुलायम, शरद पावर भी मुसलमनो के वोट बैंक की परवाह किये बिना ये बोलने को मजबूर हुए हैं की, उन्होंने अपने शासनकाल में पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही की थी?
दुनिया के सभी बड़े देश भी तेजी से बदलते हुए भारत को महसूस कर रहे हैं, और अपनी नीतियों को उसी के अनुसार बदलने में मजबूर हुए हैं।
उनको भी मालूम हो गया है, की हिन्दुओं के खिलाफ नीतियाँ बना कर भारत में व्यापार करना अब मुश्किल है ?
इस तेजी से बदलते हुए भारत की वजह से हिन्दुओं को दुश्मन समझने वाला दुसरे धर्म के लोग और पाकिस्तान भी सहम गया है ?
ये आपको सोशल मीडिया में भी दिखने लगा है, हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलने वाली बहुत से पेज और ID अब निष्क्रिय हो गए हैं?
सौ बातों की एक बात
जो हिन्दुओं के हित की बात करेगा वो ही देश और समाज में राज करेगाl
जिसका परिणाम ये हो रहा है कि सेक्युलर पार्टियों ने मुसलमानों की माला जपना कम कर दिया है ?
न्यूज़ चैनलों और अखबारों ने भी बहुत तेजी से अपने सेक्युलर बुरका उतार कर अब हिन्दुओं की भावनाओं को व्यक्त करना शुरु कर दिया है ?
खान बंधुओं की फ़िल्में पिटने लगी हैं,
वो सहम के अपने बिलों में घुस गए हैं,
सेक्युलर पत्रकारों का मजाक बनने लगा है ?
इन सेक्युलरों को कोई सुनना और पढ़ना नहीं चाहता।
हिन्दुओं के संगठित होने से देश की स्थिति और परिस्तिथियाँ बहुत तेजी से बदल रही हैं, जो इस बात को समझ कर अपने आप में बदलाव ला रहा है।
वही मार्केट में टिक रहा है, और टिक पायेगा, वर्ना मध्यवर्गीय हिन्दू उसको लात मारके मार्केट से बहार कर देगा ?
आज हिन्दुओं के संगठित होने का ही परिणाम है कि कांग्रेस जैसी सेक्युलर पार्टी, मुलायम, शरद पावर भी मुसलमनो के वोट बैंक की परवाह किये बिना ये बोलने को मजबूर हुए हैं की, उन्होंने अपने शासनकाल में पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही की थी?
दुनिया के सभी बड़े देश भी तेजी से बदलते हुए भारत को महसूस कर रहे हैं, और अपनी नीतियों को उसी के अनुसार बदलने में मजबूर हुए हैं।
उनको भी मालूम हो गया है, की हिन्दुओं के खिलाफ नीतियाँ बना कर भारत में व्यापार करना अब मुश्किल है ?
इस तेजी से बदलते हुए भारत की वजह से हिन्दुओं को दुश्मन समझने वाला दुसरे धर्म के लोग और पाकिस्तान भी सहम गया है ?
ये आपको सोशल मीडिया में भी दिखने लगा है, हिन्दुओं के खिलाफ जहर उगलने वाली बहुत से पेज और ID अब निष्क्रिय हो गए हैं?
सौ बातों की एक बात
जो हिन्दुओं के हित की बात करेगा वो ही देश और समाज में राज करेगाl
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