बीबीसी के पेज पर देखा .... कई शांतिदूतो ने हिन्दूधर्म का मजाक ये कहकर बनाया है की ये कौन सा धर्म है जिसमे लिंग की पूजा की जाती है .असल में हमेशा हिंसा, वासना आदि में डूबे रहने वाले शांतिदूत कभी भी सृजन और अंत की सुंदर महिमा नही समझ सकते ...
हिन्दूधर्म में प्रकृति के सृजन का बहुत ही महत्व है .. लिंग पूजा का मतलब है की हम सृजन का सम्मान करे और हर सेक्स सिर्फ एक यौनाचार न होकर एक सृजनात्मक संदेश के रूप में ले .
सृजन को धर्म के साथ जोड़ देने से ही आज प्रकृति बची हुई है ... सावन के महीने में मछली और मांस खाने पर इसीलिए मनाही की गयी है क्योकि सावन का महिना मछलियों और कई अन्य जानवरों का सृजनकाल होता है ...करोड़ो साल पहले से हिन्दू धर्म की किताबो में जेनेटिक्स के वो सारे तथ्य लिखे गये है जो आज की आधुनिक जेनेटिक्स सही साबित करती है ....जींस और जीनोम तक का वर्णन हिंदुत्व में है ..
सिर्फ हिन्दूधर्म में ही कहा गया है की एक ही गोत्र में कभी भी विवाह नही करना चाहिए ..आज का मार्डन जेनेटिक्स भी यही कहता है की जींस लिंकेज्ड डीजीस जैसे थैलेसिमिया, हिमोफिलिया, एल्बोनिज्म,[जिसमे पुरे शरीर की त्वचा में मिलेनिन नही रहता है और व्यक्ति एकदम सफेद होता है] आदि कई बीमारिया जींस के सेपरेट न होने के कारण ही होती है ..
आज हिमोफिलिया, थैलेसिमिया, एल्बोनिज्स्म जैसी जींस लिंकेज्ड बीमारियों से पुरे विश्व में सबसे ज्यादा पीड़ित मुस्लिम ही है क्योकि ये एक ही खानदान में विवाह करते है जिससे जींस सेपरेट नही हो पाते |
यदि एक पिता या माता के जींस में कोई खराबी है तो वो सुप्तावस्था में रहती है ..फिर वो खराबी पीढ़ी दर पीढ़ी आगे जाती रहती है यदि एक ऐसी लड़की जिसकी जींस में किसी बीमारी के सुप्तावस्था के जींस मौजूद हो वो एक ऐसे लड़के से शादी करती है जिसके जींस में भी उस बीमारी के जींस सुप्तावस्था में मौजूद हो तो उनकी संतानों में उस बीमारी के जींस जागृत हो जाते है और उनकी सन्तान बीमारी से ग्रसित होती है ..
इसीलिए करोड़ो सालो से हिन्दू धर्म में हिन्दुओ को सात ऋषिओ ने नाम पर सात गोत्रो में बाँट दिया गया है और एक गोत्र के लडके लडकी आपस में भाई बहन माने जाते है यानि उनके बीच शादी नही हो सकती ... इस्लाम जैसे धर्म में जींस आदि की कल्पना तक नही की गयी है |
मेरी सोसाइटी में ही एक सिन्धी लड़की ने अपने एक दूर के रिश्तेदार से लव मेरिज किया ..उनका बेटा थैलेसिमिया से ग्रसित है और उन्हें डाक्टर ने बताया की क्या आप दोनों के खानदान में पहले से कोई रिश्ता है तो वो चुप हो गये ...
No comments:
Post a Comment