Sunday, 22 October 2017



ये तस्वीर जापान में बने एक पोस्टर की तस्वीर है जिसमे लिखा है कि बर्बर इस्लामिक आतंकवादियों के आक्रमण से कमजोर हुए भारत पर ब्रिटिश ने कब्जा किया और सोने की चिड़िया की हत्या की। और चर्चिल ने मैनचेस्टर को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय टेक्सटाइल वर्कर्स की उंगलियां काट डाली। 
ब्रिटिश शासकों ने भारतीयों का रक्त चूसा और बदले में उनको भूंख और दरिद्रता का उपहार दिया।
लेकिन ब्रिटिश के तलवे चाटने वाले नेहरूवियन और वामपंथी इतिहासकारों ने इस तथ्य को कभी आम जनता के बीच तक जाने नहीं दिया। ये तलचट अकैडमिक विद्वान, जो सुभाष चंद्र बोस को तोजो का कुत्ता बुलाते थे, झूंठ गढ़गढ़ कर भारत की तीन पीढियां बर्बाद कर चुके हैं।
लेकिन अब नई पीढ़ी इस झूंठ को आगे नही बढ़ने देगी।
जो सत्य जापान में पोस्टर के रूप में छपा था आज हर भारतीय के ड्राइंग रूम में दिखेगी। 
उन्होंने अछूतपन की सच्ची झूठी कहनियां रचकर 3 करोड़ से ज्यादा इन टेक्सटाइल मनुफैक्टरर्स भारतीयों का कत्ल कर दिया , और हमको मनुषमृति और कास्ट की scheduling का झुनझुना पकड़ा गये।
और ये बौद्धिक क्लीव ( नपुंसक) वामपंथिये उन्ही हत्यारों के तलवे आज तक चाट रहे हैं ?
आखिर कब तक ?
Dr.tribhuvan singh

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