मुहम्मद बिन कासिब ने भारत पर पहला सफल आक्रमण किया, 7वीं सदी में, उस वक्त पूरी दुनिया में लगभग 70करोड़ हिन्दू थे ....उसके पूरे एक हजार साल बाद अर्थात् जब हमारे देश से समुदाय विशेष का राज लगभग खत्म होने को आया, 17 वीं सदी में, उस वक्त पूरी दुनिया में केवल और केवल, 20 करोड़ हिन्दू बचे थे ...
इन एक हजार सालों में दुनिया की आबादी 5 गुणा बढ़ गई । इस हिसाब से हिन्दुओं की आबादी 70 करोड़ से 5 गुणा बढ़कर 350 करोड़ होनी चाहिए थी लेकिन हूई केवल 20 करोड़ । यानी 330 करोड़ हिन्दू पिछले एक हजार सालों में समुदाय विशेष के लोगों ने कम कर दिए । ये आकडे इतने भयानक है कि अगर कोई इंसान इन आकडो के पीछे की कहानी ध्यान से पढ़ ले तो फिर उसे पूरी रात नींद नहीं आ सकती ।
7 वीं सदी में पूरी दुनिया में हिन्दू 70 करोड़ थे जो आज 21वीं सदी में 100 करोड़ हुएं हैं, यानी 1400 सालों में केवल 30 करोड़ बढ़े....और जो समुदाय विशेष के लोग 7 वीं सदी में पूरी दुनिया में केवल 15 लाख थे आज 21वीं सदी में वो 150 करोड़ हो गए हैं ...ये आकडे बताते हैं कि पिछले एक हजार सालों में कितने जुल्म और अत्याचार हिन्दुओं के ऊपर समुदाय विशेष ने किए होंगे ।
तुम फिर भी कहते हो कि समुदाय विशेष के लोग हमारे भाई हैं और उनकी बढ़ती जनसंख्या भारतवर्ष और हिन्दू धर्म के लिए कोई चिंता का विषय नहीं है....?
तुम फिर भी कहते हो कि समुदाय विशेष के लोग हमारे भाई हैं और उनकी बढ़ती जनसंख्या भारतवर्ष और हिन्दू धर्म के लिए कोई चिंता का विषय नहीं है....?
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