Saturday 26 November 2016

किसान की बेटी की शादी हो सके, इसलिए गांव वालों ने बैंक की लंबी लाइनों में लगकर निकाला कैश...

केंद्र सरकार का नोटबंदी फैसला पिछले कुछ दिनों में देश के सबसे विवादास्पद फैसलों के रुप में सामने आया है. कई लोग जहां इसे बेहतरीन फैसला मानते हुए सरकार के कदम का समर्थन कर रहे हैं, वहीं केंद्र सरकार को देश के कई हिस्सों से लोगों के जबरदस्त आक्रोश का सामना भी करना पड़ा है. लेकिन इस पूरी व्यवस्था में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिन्होंने इंसानियत का नायाब नमूना पेश किया है.
शादी के सीज़न में नोटबंदी के फैसले के बाद ऐसे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनके घर-परिवार में शादी होने जा रही है. भारत में वैसे भी शादी पर होने वाला खर्च मामूली नहीं होता है. शादी से जुड़ी हर रस्म में अच्छी खासी धनराशि की ज़रूरत पड़ती ही हैं, ऐसे में इस गांव के लोगों ने जो कुछ किया, वह अपने आप में एक मिसाल है
कोल्हापुर के यालगुड गांव में भी एक परिवार को कैश न होने की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. दरअसल इस परिवार में कुछ ही दिनों में शादी होने वाली थी और ज़्यादातर पैसा बैंक में होने की वजह से सयाली की फैमिली बेहद परेशान थी. लगभग तीन महीने पहले महाराष्ट्र के एक शख्स के साथ तय हुई इस शादी पर नोटबंदी की वजह से संकट के बादल छाने शुरु हो गए थे.
अपनी शादी की तैयारियों में जुटी सयाली को जब इस बारे में पता चला तो वह काफी परेशान हो गई. लेकिन स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सयाली के ज्यादातर परिचितों ने कमाल का उदाहरण पेश किया. सयाली की शादी में कैश की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए उसके दोस्तों, रिश्तेदारों और गांव के कुछ लोगों ने बैंक की लाइन में लगने का फैसला किया, ताकि शादी से जुड़ी तैयारियों में पैसों की वजह से कोई परेशानी न आए. जाहिर है, सयाली और उनके किसान पिता लोगों की इस मदद से बेहद खुश थे.
नोटबंदी की मुश्किल परिस्थितियों में गांव के लोगों का सयाली की मदद के लिए आगे आना दर्शाता है कि लोग आज भी दूसरों के दुखों को लेकर संवेदनहीन नहीं हुए हैं और अगर एकजुट होकर किसी परेशानी का सामना किया जाए तो निश्चित तौर पर किसी भी कठिनाई का समाधान निकाला जा सकता है. 

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