Monday, 2 November 2015

सउदी अरब ने कटटरता फैलाने के लिए केवल दो साल में ही
 भारत में किया 250 मिलियन डॉलर की फंडिंग...
मेरे कई मुस्लिम मित्र मुझसे कहते हैं कि तुम समाज में नफरत फैला रहे हो। भईया नफरत नहीं फैला रहा हूं, वह हकीकत समाज को बता रहा हूं, जिसे ढंक कर रखने से आज तक यह देश पाकिस्‍तान, बंग्‍लादेश और न जाने कितने टुकड़ो में बंटता रहा है। मेरे लिखने से जागरूकता केवल हिंदुओं में ही नहीं, मुस्लिमों में भी आएगी कि आखिर उनके देश हिंदुस्‍तान को बर्बाद करने में सउदी अरब जैसे कटटर सुन्‍नी-बहावी देश किस तरह से लगे हुए हैं। तुम्‍हें केवल इस्‍लाम दिखता है और हमें, हम-दोनों का राष्‍ट्र हिंदुस्‍तान‍ दिखता है।
जरा पढ़ लो कि तुम्‍हारी ही कौम को कटटर बनाने में किस तरह से सउदी अरब जुटा हुआ है। तभी तो तुम्‍हारे युवा भाई सीरिया में आईएसआईएस में शामिल होने के लिए जा रहे हैं, याकूब मेनन से लेकर कश्‍मीर में मुठभेड़ में मारे गए आतंकी के जनाजे में शामिल हो रहे हैं। किसी हिंदू को छोटा राजन के पक्ष में विधवा विलाप करते देखा है, जैसा कि बड़े पैमाने पर मुस्लिम समाज ने याकूब और अफजल गुरु के पक्ष में किया था। हमारे लिए छोटा राजन देश का दुश्‍मन है और तुममें से बहुत सारे लोग भारत को ही याकूब और अफजल जैसों का दुश्‍मन बताते रहे हो।
भारत में मस्जिद-मदरसों के निर्माण से लेकर सभा-सेमिनार तक को सउदी फंडिंग कर रहा है और तुम चाहते हो कि मैं अपने देश के प्रति आंखें मूंद कर बैठा रहूं। जब तक मुख्‍यधारा की मीडिया का एकतरफा एकाधिकार था, तब तक बहुत सारी सच्‍चाई इस देश से छुपाया गया, लेकिन अब सोशल मीडिया के युग में भी चाहते हो कि सच्‍चाई बाहर न आए, तो यह असंभव है।
यह देश जितना मेरा है, उतना ही तुम्‍हारा है। सच्‍चाई हम दोनों के लिए महत्‍वपूर्ण है। हो सकता है इस सच्‍चाई को जानकर तुम अपने किसी भाई को आईएसआईएस में शामिल होने से रोक सको और हम देश के मुस्लिम युवाओं को गुमराह होने से बचा सकें। यह बस नजरिए का फर्क है। इस्‍लाम से पहले देश को रखकर सोचो, तुम भी हमारी तरह इस देश के सभी नागरिकों को समान मानने लग जाओगे।
'द वीक' की यह खबर पहले पूरी तरह से पढ लो कि सउदी अरब ने मस्जिद, मदरसा, सुन्‍नी सांस्‍कृतिक केंद्र बनाने के लिए और कटटरता को फैलाने वाले सभा सेमिनार कराने के लिए केवल 2011 से 2013 के बीच ही 250 मिलियन डॉलर भारत में निवेश किया है। सउदी की कटटर विचारधारा को भारत में फैलाने के लिए इन दो वर्षों में 25 हजार इस्‍लामी प्रचारक यहां भेजे गए हैं। इसीलिए इस देश में बैठे अमेरिका-पाकिस्‍तान व सउदी मोदी सरकार के पालतू आज मोदी सरकार को कोस रहे हैं। कांग्रेस सरकार में सउदी अरब इस देश में कटटर मजहबी प्रचारक और डॉलर-दोनों भेजने में हर साल सफल हो रहा था, लेकिन मोदी सरकार ने 16 महीने में ही इसे रोक दिया है! ‪#‎संदीपदेव‬ 

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