Tuesday, 5 January 2016

शहद-घी से बदल दिया पूरे खेत की गाजर का रंग, डेढ़ से ढ़ाई फीट लंबी गाजर पककर तैयार
सीकर. झीगर बड़ी के किसान ने नवाचार कर सबको हैरत में डाल दिया है। उसने काली व लाल गाजर का रंग अंदर से बदल कर उसमें मिठास को तो बढ़ाया ही है साथ ही उत्पादन में भी डेढ़ से दो गुना तक का फायदा हुआ है। इसके लिए उसने शहद व देशी घी को प्रयोग में लिया है। दोनों से बीज का नया परागण तैयार कर बुआई की और 75 दिनों में डेढ़ से ढ़ाई फीट लंबी गाजर पककर तैयार हो गई।

नवाचार करने वाले किसान झाबरमल पचार ने बताया कि एक किलो गाजर के बीज में 15 एलएल शहद व पांच एमएल घी को मिलाकर छाया में सुखा दिया था। इसके बाद इनकी बिजाई कर दी। इससे बीज अंकुरित भी जल्दी हो गए और खराबा भी ज्यादा नहीं हुआ। जब पकी हुई गाजर को काट कर देखा तो अंदर सफेद की जगह रंग पीला हो गया था। मिठास भी पांच फीसदी तक ज्यादा बढ़ गया था। झाबरमल ने बताया कि उसने दो बीघा जमीन में दोनों तरह की गाजर बोई थी। जिनकी लंबाई भी डेढ़ से दोगुनी तक ज्यादा थी। 

 पिछले 15 सालों से     जैविक खेती कर रहे किसान झाबरमल ने बताया कि गाजरों के अंदर का रंग बदलने के लिए उसने पहले 10 वर्ग फीट जमीन में डेमो किया था। जब परिणाम सामने आया तो उसने दो बीघा जमीन में नए प्रयोग का सफल परीक्षण कर फायदा उठा लिया। झाबरमल के अनुसार बुआई जितनी गहरी की उसका उतना ही अधिक लाभ मिला। पकी हुई फसल लेकर जब वह फतेहपुर के कृषि अनुसंधान कार्यालय पहुंचा तो वहां भी विशेषज्ञों ने नवाचार को खूब सराहा।

No comments:

Post a Comment