एक लाख पच्चीस हज़ार स्वयंसेवक, १०,००० से अधिक वाहन, १२० एकड़ में फैला हुआ "विवेकानंदपुरम", हजारों स्वयंसेवकों की स्वतःस्फूर्त और निस्वार्थ सेवा... कडाके की ठण्ड में भी गणवेश का अनुशासन... घड़ी के कांटे से काँटा मिलाकर किया गया कदमताल... सेवा भारती द्वारा १ लाख भोजन के पैकेट... हजारों स्थानीय परिवारों द्वारा स्वयंसेवकों के लिए घर का भोजन...
न्यूनतम पुलिस व्यवस्था, फिर भी न तो कोई ट्रैफिक जाम, न कोई अव्यवस्था... सब कुछ सिर्फ अदभुत-अदभुत-अदभुत...
संघ के मालवा प्रांत के एकीकरण समारोह के दो चित्र पेश हैं...
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