Saturday 18 August 2018

आज RSS के स्वयंसेवक पी रघुनाथ केरल में बाढ़ पीड़ितों के प्राण बचाते-बचाते अपने प्राण गवा बैठे, 

यह वही वामपंथियों द्वारा शासित राज्य केरल है जहां आए दिन RSS के स्वयंसेवक वामपंथियों और PFI जैसे इस्लामिक संगठनों द्वारा प्रतिदिन मारे और काटे जाते हैं, किंतु फिर भी RSS के स्वयंसेवक आज निस्वार्थ भाव से बाढ़ में डूबे हुए केरल के नागरिकों की सहायता के लिए अपने प्राण भी संकट में डालने को सहर्ष तैयार है, यही है RSS के मूल्य और उनका राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ समर्पण,

वैसे संघ को कोसने वाले उन्हें भगवा आतंकी बोलने वाले NGO ब्रिगेड, सेक्युलर, लिबरल, संभ्रांत, बुद्धिजीवी वर्ग में से ऐसे कितने लोग हैं जो कि आज केरल में जमीन पर उतर कर लोगों की सहायता कर रहे हैं और राहत व् बचाव कार्य में जुटे हुए हैं ? उत्तर है एक भी नहीं, वे सभी इस समय अपने अपने आरामदायक घर में काउच पर बैठकर वाइन सिप करते हुए TV देखकर ट्वीट कर रहे हैं,

यथार्थ ये है कि भारत में कभी भी, कहीं भी, किसी भी प्रकार की आपदा आये सेना और NDRF के संग कंधे से कंधा मिलाकर जनता कि निस्वार्थ भाव से सहायता करने ये संघ के स्वयंसेवक ही पहुँचते हैं, न कि संघ को कोसने वाले,

आज भी जब केरल में आपदा आयी है तो बचाव कार्य करने जमीन पर न तो कांग्रेस है, न यूथ कांग्रेस, न वामपंथी SFI, न सीपीआई (एम), न PFI, कोई है तो यही बेचारे भगवा आतंकी कहलाने वाले स्वयंसेवक।

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