केरल की बाढ़ पर एक अफवाह उड़ी की संयुक्त अरब अमीरात केरल को 700 करोड़ रुपए दान दे रहा है,
ये अफवाह सुनकर सभी वामपंथी और शांतिदूत लगे खुशी के मारे चहकने, उछलने, झूमने, नाचने, प्रफुल्लित होने, इन्होंने बड़े-बड़े पोस्टर छपवाकर संयुक्त अरब अमीरात के शासकों को धन्यवाद भी देना शुरू कर दिया,
फिर एक और अफवाह आई कि केंद्र सरकार ने संयुक्त अरब अमीरात की धनराशि लेने से मना कर दिया है ,
यह सुनते ही ये लोग लगे केंद्र सरकार को गालियां देने और कोसने तथा अच्छा खासा बवाल खड़ा कर दिया और मीडिया नौटँकी भी हुई,
यह सुनते ही ये लोग लगे केंद्र सरकार को गालियां देने और कोसने तथा अच्छा खासा बवाल खड़ा कर दिया और मीडिया नौटँकी भी हुई,
किंतु अब, जब यह प्रमाणित हो गया कि खबर झूठी है ये सभी वामपंथी और शांतिदूत अपने-अपने बिलों में जा घुसे हैं,
कड़वा सत्य यह है कि जब केरल में आपदा आई तो लोगों के प्राणों की रक्षा हेतु सबसे पहले यदि कोई निकल कर आया तो वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय सेना और एनडीआरएफ थी, जिन्होंने विषम परिस्थितियों में स्वयं भूखा रहते हुए, जी तोड़ मेहनत कर, अपने प्राणों को संकट में डाल कर केरल के निवासियों के प्राणों की रक्षा की, उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले गए, उन्हें पहनने को कपड़े, खाना, साफ पानी और दवाइयां भी उपलब्ध कराईं, और इस काम में RSS के 9 स्वयंसेवकों ने अपने प्राण गंवा दिए,
किंतु इन शांतिदूतों व् वामपंथियों ने एक पोस्टर तक छपवा कर RSS, भारतीय सेना और NDRF को धन्यवाद कहना तो छोड़ो बल्कि प्रशंसा में दो शब्द तक नहीं कहे, यह है इनका असली चेहरा और चरित्र,
इनके इस्लामिक आकाओं को लेकर अफवाह आ गयी तो प्रफुल्लित हो कर पोस्टर छपवा दिए और घूम-घूम कर उनकी शान में कसीदे पढ़े, किंतु जिन लोगों ने वास्तविक रुप से जमीन पर उतरकर सहायता की उनके लिए आभार के दो शब्द भी नहीं है इनके पास।
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राहुल गांधी की ही तरह वर्ष 2013 में कॉन्ग्रेस अधिवेशन में उस समय के गृह मंत्री ने कहा था कि RSS एक आतंकवादी संघटन है जो आतंकवाद की ट्रेनिंग देता है....राहुल गांधी ने लन्दन में भाषण दिया कि "भारत की बीजेपी सरकार और RSS की सोच मुस्लिम ब्रदर हुड के समान है"
बताते चले कि मुस्लिम ब्रदर हुड मिस्र का एक आतंकी संघटन है जो मिस्र की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मिस्र में हमले करती है. इस मुस्लिम ब्रदर हुड को योरोप की कई सरकारे आतंकी संघटन मानती है और इस पर बैन लगा रखा है।
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
केरल में सबसे अधिक प्रभावित अरणमुला और चेंगन्नूर में राहत कार्य मे सेवा देने आज प्रातः एकत्र हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 6000 स्वयंसेवक...
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राहुल गांधी की ही तरह वर्ष 2013 में कॉन्ग्रेस अधिवेशन में उस समय के गृह मंत्री ने कहा था कि RSS एक आतंकवादी संघटन है जो आतंकवाद की ट्रेनिंग देता है....राहुल गांधी ने लन्दन में भाषण दिया कि "भारत की बीजेपी सरकार और RSS की सोच मुस्लिम ब्रदर हुड के समान है"
बताते चले कि मुस्लिम ब्रदर हुड मिस्र का एक आतंकी संघटन है जो मिस्र की सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए मिस्र में हमले करती है. इस मुस्लिम ब्रदर हुड को योरोप की कई सरकारे आतंकी संघटन मानती है और इस पर बैन लगा रखा है।
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
केरल में सबसे अधिक प्रभावित अरणमुला और चेंगन्नूर में राहत कार्य मे सेवा देने आज प्रातः एकत्र हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 6000 स्वयंसेवक...
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राहुल गांधी ने RSS की तुलना आतंकवादी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से की , आज तक कांग्रेस RSS के ऊपर कोई भी आरोप सिद्ध नहीं कर पाई और हर प्रयास में उसे मुंह की खानी पड़ी, जबकि देश की सुरक्षा और नागरिकों की सहायता व रक्षा हेतु संघ का योगदान सर्वमान्य रहा है,
== 1948 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में RSS ने सेना के लॉजिस्टिक्स और सपोर्ट यूनिट का काम किया था, श्रीनगर में रातों-रात भारतीय सेना के प्लेन उतरने के लिए RSS के कार्यकर्ताओं ने अपने प्राण संकट में डाल एयर स्ट्रिप पर पड़ी बर्फ हटाई थी और सेना का पूरा असलाह, गोला बारूद, रक्षा उपकरण रसद सुरक्षित स्थान पर अपनी निगरानी में रखा था।
== 1962 भारत चीन के युद्ध ने RSS ने सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर भारत की रक्षा हेतु बलिदान दिए थे जिसके कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्वयं संघ को अगली गणतंत्र दिवस की परेड में आमंत्रित किया था और संघ की शाखा में जाकर संघ प्रमुख को धन्यवाद कहा था और उनका अभिवादन किया था,
== 1965 में भी संघ की भूमिका महत्वपूर्ण थी और भारतीय डिफेन्स पोस्टस पर राशन सप्लाई, हथियार सप्लाई, और स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य RSS ने किया था,
== 1971 में भी सेना के लिए लॉजिस्टिक्स सपोर्ट का कार्य स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का कार्य घायलों की सहायता का कार्य में RSS का योगदान किसी से छुपा नहीं है
इसके अतिरिक्त भारत में कभी भी, कहीं भी, किसी भी स्थान पर यदि कोई भी आपदा आयी है तो संघ के स्वयंसेवक निस्वार्थ भाव से से सबसे पहले वहां पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू करते देखे गए हैं, सबसे ताजा उदाहरण केरल की बाढ़ का है जहां राहत और बचाव कार्य में लगभग 20000 संघ के कार्यकर्ता जुटे हुए हैं और नौ संघ के कार्यकर्ता राहत व बचाव कार्य में अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं
यदि भारत में कोई सबसे बड़ा और खतरनाक आतंकवादी संगठन है तो वह कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी है जिसके राहुल गांधी अध्यक्ष है, और मैं यह बात राहुल गांधी की तरह बिना प्रमाण के नहीं कह रहा हूं, मैं इस पोस्ट में आपको कांग्रेस के आतंकी कृत्यों की सूची प्रमाण सहित उपलब्ध है
== जब कांग्रेस ने भारतवर्ष की सत्ता के लिए, यानी अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश का विभाजन करवाया जिसमें 25 लाख निर्दोष लोग मारे गए
== 1948 में जब नाथूराम गोडसे ने मोहनदास गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी और उसके बाद कांग्रेस और उसके कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र में ब्राह्मणों का नरसंहार किया और 8000 से अधिक निर्दोष महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण कांग्रेसियों द्वारा मार दिए गए
== जब इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगा कर अपने विरुद्ध उठ रही सभी आवाजों का दमन किया, जेलों में हजारों निर्दोष नागरिकों की यातनाएं देकर हत्या करवा दी यह आंकड़ा कम से कम 6000 लोगों का है जो आपातकाल में प्राण गंवा बैठे
== वर्ष 1984 की जब राजीव गांधी के निर्देश पर पूरे देश में कांग्रेसियों द्वारा सिखों का नरसंहार किया गया और यह आंकड़ा 35 हजार से अधिक का है, और उसके बाद राजीव गांधी ने उसे “बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है” का बयान देकर न्यायोचित भी ठहराया था
== लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम यानी LTTE को भी ट्रेनिंग दी कांग्रेस ने ही दिलवाई थी
== 1993 गुजरात के सूरत में बम धमाके करने वाला मोहम्मद सुरती भी कांग्रेस का ही मंत्री था, ... जिन 15 लोगों को सजा हुई थी वह सब कांग्रेस के कार्यकर्ता थे, , उस आतंकवादी घटना में कांग्रेस का हाथ था
== गुजरात के गोधरा स्टेशन पर साबरमती एक्सप्रेस और उसमें सवार कारसेवकों को जलाने में भी
कलोटा, गफ्फार,शेख अब्दुल रहमान, फार्रूख माना, हाजी बिल्लाल आदि कांग्रेस के प्रमुख नेता थे और हाजी बिलाल तो कांग्रेस का पूर्व विधायक था यानी यहां भी आतंकवादी वारदात में कांग्रेस का ही हाथ था
कलोटा, गफ्फार,शेख अब्दुल रहमान, फार्रूख माना, हाजी बिल्लाल आदि कांग्रेस के प्रमुख नेता थे और हाजी बिलाल तो कांग्रेस का पूर्व विधायक था यानी यहां भी आतंकवादी वारदात में कांग्रेस का ही हाथ था
== 90 के दशक में जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख अजर मसूद कांग्रेस के लिए ही काम करता था और उस जमाने में वो कांग्रेस सरकार का दायां हाथ हुआ करता था इसका खुलासा एड्रियन लेवी और कैथी एस्कॉर्ट क्लार्क ने अपनी पुस्तक में किया है
== लश्कर-ए-तैयबा कि आतंकवादी इशरत जहां और आतंकियों से संबंध वाले गैंगस्टर सोराबुद्दीन के एनकाउंटर पर भी कांग्रेस ने खूब बवाल काटा था, , इन आतंकियों के संबंध भी कांग्रेस से अवश्य थे वरना आतंकियों के लिए इतना हो हल्ला और इतनी संवेदना क्यों ?
== समझौता ब्लास्ट के सभी पाकिस्तानी मुस्लिम आतंकवादियों को कांग्रेस ने 13 दिन के अंदर बिना जांच पूरी कर छोड़ दिया था और उसके बदले साध्वी प्रज्ञा, असीमानंद और कर्नल पुरोहित जैसे निर्दोषों को फंसा दिया , सालों तक उन्हें जेल में डाल कर यातनाएं दी, भगवा आतंकवाद का शिगूफा गढ़ा, बाद में कर्नल पुरोहित असीमानंद प्रज्ञा ठाकुर को कोर्ट ने निर्दोष पाया और बरी कर दिया, यानी यहां भी आतंकवाद को कांग्रेस ने सीधे समर्थन दिया असली आतंकियों को षड्यंत्र के अंतर्गत भगाया और निर्दोषों को फंसा दिया
== आतंकवाद की पाठशाला चलाने वाले जाकिर नायक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन से कांग्रेस लगातार चंदा लेती थी कांग्रेस ने जाकिर नायक को लोगों को बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाने उन्हें आतंकवाद का पाठ पढ़ा कर रैडिक्लाइज़्ड करने की खुली छूट दे रखी थी,
जाकिर नायक को कांग्रेस अपने समारोह में बुलाती थी IAS और पीसीएस अधिकारियों को जाकिर नायक के भाषण सुनवाये जाते थे, कांग्रेस के बड़े नेता और जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह जैसे लोग जाकिर नायक के साथ मंच साझा करते थे,
मुंबई के आजाद मैदान मे जो दंगे हुए थे वह मैदान जाकिर नायक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने ही बुक किया था, यहां पर आप समझ सकते हैं कि कांग्रेस ने सीधे-सीधे देश में आतंकवाद फैलाने का कार्य किया और कई निर्दोषों की आतंकवादियों को खुली छूट देकर हत्या भी करवाई
जाकिर नायक को कांग्रेस अपने समारोह में बुलाती थी IAS और पीसीएस अधिकारियों को जाकिर नायक के भाषण सुनवाये जाते थे, कांग्रेस के बड़े नेता और जनरल सेक्रेटरी दिग्विजय सिंह जैसे लोग जाकिर नायक के साथ मंच साझा करते थे,
मुंबई के आजाद मैदान मे जो दंगे हुए थे वह मैदान जाकिर नायक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन ने ही बुक किया था, यहां पर आप समझ सकते हैं कि कांग्रेस ने सीधे-सीधे देश में आतंकवाद फैलाने का कार्य किया और कई निर्दोषों की आतंकवादियों को खुली छूट देकर हत्या भी करवाई
== कांग्रेस के नेता और तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदंबरम ने गोवा में आतंकवादी संगठन तालिबान के नेताओं और उनके प्रमुख नेता अब्दुल सलाम जईफ को गोवा में बुलाया था और मीटिंग भी की थी, और यह ऑन रिकॉर्ड है जिसे कई मीडिया चैनलों ने कवर भी किया था
== 2004 में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने भाजपा द्वारा बनाया आतंकवाद के विरुद्ध कड़ा कानून पोटा हटाना,आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया था
== बटला हाउस एनकाउंटर के बाद उस समय के कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने भरे मंच से कहा था कि उन आतंकवादियों के शव देखकर सोनिया गांधी फूट फूट कर रोई थी कांग्रेस की अध्यक्षा को यदि रोना आया तो उन आतंकवादियों के शवों पर, ? क्यों कि सम्भवतः वे उन्हीं के आदमी थे
== कांग्रेस सत्ता में थी तो सुरक्षा एजेंसियां उसके हाथ में थी और उसने खुद आतंकवादियों को छूट दे रखी थी कि जहां चाहे आतंकवादी हमले करो निर्दोषों को मारो, सुरक्षा एजेंसियां कोई कार्यवाही नहीं करेंगी, जब 2014 में भाजपा की सरकार आने के बाद आतंकवादियों की धरपकड़ शुरू हुई इंडियन मुजाहिदीन और सिमी की कमर तोड़ दी गई परिणाम स्वरुप देश में घटित हो रहे सभी आतंकवादी हमले रुक गए
== 26 11 आतंकवादी हमले का सूत्रधार हाफिज सईद कांग्रेस और सोनिया गांधी का नाम लेकर तारीफ करता है और वह वीडियो इंटरनेट पर आज भी मौजूद है प्रश्न यह उठता है कि आखिर एक यूनाइटेड नेशन द्वारा घोषित वैश्विक आतंकवादी जिसके सिर पर अमेरिका ने इनाम तक रखा हुआ है वह अपने इंटरव्यू में कांग्रेस और सोनिया गांधी की तारीफ क्यों कर रहा है ? कांग्रेस का हाफिज सईद से अवश्य कोई संबंध है
== पठानकोट में आतंकी हमला करने वाले आतंकवादियों को कांग्रेस ने ही अपने शासनकाल में दया भाव दिखाते हुए छोड़ दिया था और बाद में उन्होंने ही पठानकोट में आतंकवादी हमला कर हमारे जवानों को सोते समय मार दिया, आखिर कांग्रेस ने किस उद्देश्य से, किसके कहने पर उन आतंकवादियों को छोड़ा था ?
== बांग्लादेशी मुस्लिम घुसपैठियों के विषय में कई बार सुरक्षा एजेंसियां चेता चुकी हैं कि उनके संबंध आतंकी संगठन से हैं और वह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है, किंतु फिर भी कांग्रेस उन्हें भारत में रखने के लिए लालायित है और एनआरसी द्वारा 40 लाख बांग्लादेशी घुसपैठियों को चिन्हित करने के नाम पर ही कांग्रेस आक्रामक है और उन्हें भारत से डिपोर्ट नहीं होने देना चाहती,
== भारत में घुस आए रोहिंग्या घुसपैठिए जो कि मयनमार में हिंसा का विभत्स तांडव करके आए है उन्हें भी भारत में आश्रय देने हेतु कांग्रेस लालायित है, यानी कि कांग्रेस इनके द्वारा भारत के मूल निवासियों हिंदुओं की सुरक्षा खतरे में डालना चाहती है और निर्दोष नागरिकों के नरसंहार कराने की एक और तैयारी में है, यह कांग्रेस के आतंकी मंसूबों को स्पष्ट कर देने वाला तथ्य है
इन प्रमाणों के बाद आशा है आप समझ चुके होंगे कि भारत में सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन कोई और नहीं बल्कि कांग्रेस स्वयं है, और ढिंढोरा व् ढोल पीटकर लोगों का ध्यान भटकाने के लिए दूसरों पर आरोप मढ़ती रहती है
No comments:
Post a Comment