एक साँप, एक बढ़ई की औजारों वाली बोरी में घुस गया।
घुसते समय, बोरी में रखी हुई बढ़ई की आरी उसके शरीर में चुभ गई और उसमें घाव हो गया, जिस से उसे दर्द होने लगा और वह विचलित हो उठा। गुस्से में उसने, उस आरी को अपने दोनों जबड़ों में जोर से दबा दिया।
अब उसके मुख में भी घाव हो गया और खून निकलने लगा। अब इस दर्द से परेशान हो कर, उस आरी को सबक सिखाने के लिए, अपने पूरे शरीर को उस साँप ने उस आरी के ऊपर लपेट लिया और पूरी ताकत के साथ उसको जकड़ लिया।इस से उस साँप का सारा शरीर जगह जगह से कट गया और वह मर गया।
ठीक इसी प्रकार कई बार, हम तनिक सा आहत होने पर आवेश में आकर सामने वाले को सबक सिखाने के लिए, अपने आप को अत्यधिक नुकसान पहुंचा देतें हैं।
सोचें व समझें तत्पश्चात राष्ट्रहित देखें कि इस भारतवर्ष के लिए कौन उपयोगी है ...उसके बाद अंतरात्मा की आवाज व देशहित में मतदान का निर्णय करें ...वाकी आप स्वंय समझदार है ...आवेश में कोई निर्णय न लें जिससे आपके एक गलत निर्णय की कीमत आपकी आने वाली नस्लों को व इस देश को चुकानी पड़ सकती है ....
#भारत_माता_की_जय
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C&P
ठीक इसी प्रकार कई बार, हम तनिक सा आहत होने पर आवेश में आकर सामने वाले को सबक सिखाने के लिए, अपने आप को अत्यधिक नुकसान पहुंचा देतें हैं।
सोचें व समझें तत्पश्चात राष्ट्रहित देखें कि इस भारतवर्ष के लिए कौन उपयोगी है ...उसके बाद अंतरात्मा की आवाज व देशहित में मतदान का निर्णय करें ...वाकी आप स्वंय समझदार है ...आवेश में कोई निर्णय न लें जिससे आपके एक गलत निर्णय की कीमत आपकी आने वाली नस्लों को व इस देश को चुकानी पड़ सकती है ....
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