भारत जौ बाजरा चना खाता था ,तो अंग्रेज कहते थे हम पिछड़े है !अब आधुनिक विज्ञान फाइबर वाले अनाज खाने को कहता है !भारत रासयनिक खाद के बजाये गाय के गोबर से खेती करता था तो कहते थे पिछड़े है ,आज यूरोप अमेरिका आर्गेनिक खेती की तरफ बढ रहा है ! इसी तरह सैकड़ो उदाहरण है जो भारत के विज्ञानं की श्रेष्ठता सिद्ध करते है !क्यों की हमारा विज्ञानं हमारी आबो हवा के अनुकूल व प्रकति को साथ लेकर चलने वाला है !और यूरोप प्रकति का विनाश करके आगे बढ़ता है !भारत की मान्यताये शास्वत है !जैसे बैलो से खेती हजारो साल से होती आ रही है आगे भी होती रहेगी पर ट्रैक्टर से खेती पर आगे होगी की नहीं पता नहीं क्यों की डीज़ल कल मिलेगा की नहीं पता नहीं !क्यों की भंडार सीमित है !पूरी दुनिया भारत के विचारों और मान्यताओ पर ही बची रह सकती है ,व सामाजिक आर्थिक न्याय की स्थापना कर सकती है।
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