Wednesday 17 January 2018


मुसलमान कुरान की शिक्षा के अनुसार ही भारत को तोड़ने की साजिश में लगा हुआ है!
कुरान में साफ लिखा है की दारूल हर्ब यानि शत्रु के देश को दारूल इस्लाम यानि मुस्लिम राज्य में बदलना हर मुसलमान का परम कर्तव्य है!
कुरान के अनुसार राष्ट्रवाद की बातें करना भी पाप है!
मुस्लिम जिहादी आतंकी मुसलमानों के लिए शहीद होते है!
मुसलमानों के धार्मिक गुरु,मस्जिद मदरसे आतंकवाद को बढावा देते है!
कोई भी राजनैतिक दल इनका विरोध नही करता!
मुस्लिम आतंकी के जनाजे में हजारों मुसलमानों का एकत्र होना तथा उन्ही जनाजो में राजनेताओं का पहुंच कर शामिल होना राष्ट्रद्रोह की पराकाष्ठा है!
गुजरात में तो कुछ वर्ष पहले एक ऐसे ही जनाजे में एक कांग्रेसी नेता शामिल भी हुआ और आतंकी के परिवार को 5 लाख रूपये देने की घोषणा भी कर डाली!
अभी हाल ही में एक आतंकी के मारे जाने पर जामा मस्जिद का इमाम बुखारी आजमगढ उसके घर गया और उसे कोम का शहीद बताया!
किसी भी राजनेता ने इस बात पर आपति नही जताई!
मुसलमानों की बढ़ती जनसँख्या को बंगलादेशी घुसपैठ ने 1947 के हिंदू-मुस्लिम अनुपात को 1:12 से 1:6 कर दिया है!
हिन्दू अपने राष्ट्र के और कितने टुकड़े देखना चाहता है?
सोया हुआ हिंदू समाज!
मेरी ये बातें कड़वी जरूर है पर सोचो जहाँ पिछले 1300 वर्षों में 1947 तक 13 करोड़ मुसलमान बढ़े यानि 100 वर्षों में लगभग 1 करोड़ की बढोतरी!
वही भारत के बटवारे के बाद लोकतंत्र सत्ता में केवल 60 वर्षों में मुसलमानों की जनसँख्या 3 करोड़ से 30 करोड़ हो गई है!
अर्थात 4.5 वर्ष में 1 करोड़!
आगे ये जनसँख्या और भी तेजी से बढने वाली है!
1947 में इनकी जनसंख्या 33% होने पर पकिस्तान बना!
तो मित्रो क्या दोबारा से भारत बटवारे की ओर फिर नही चल रहा है?
मेरे मतानुसार नही!
क्यो की मुस्लिम विद्वान् व नेता अब भारत का बटवारा नही चाहते उनका ध्येय तो अब पूरा भारत हड़पने का बन चुका है!
आने वाले 10 वर्षों में मुस्लिम आबादी लगभग 50% हो जायेगी!
और भारत में शुरू होगा दोबारा मुस्लिम शासन!
भारत में लागू होगी शरीया कानून व्यवस्था यानि धर्म युद्ध में हिंदू समाज की दूसरी बड़ी पराजय!
दुनिया के उन सभी देशों में जहाँ मुसलमानों की आबादी 40% से ऊपर है वहाँ हर जगहं गृहयुद्ध चल रहा है!
सीरिया,लीबिया व सूडान में तो मुसलमान इसाई लोगो को दास बनाकर आज भी बेचते है!
ईरान से पार्शियों को खत्म ही कर दिया!
मुसलमानों के बच्चाकरण,घुसपैठ,आतंकी फैक्ट्री मदरसों का खुलकर विरोध करो!
अब तुम्हारा बलिदान ही तुम्हारी आने वाली पीढियों को सुरक्षित व संपन्न बनाये रख सकता है!
लेकिन आपका दब्बूपन भविष्य में आने वाली पीढियों को अंधकारमय गुलामीयत का जीवन दे सकता है!
भविष्य में इस्लामिक सत्ता स्थापित होने का एक प्रमाण
2 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में मुसलमानों ने कहा की रमजान के महीने में वो मंदिर से हिन्दू धर्म का भजन- आरती नहीं सुन सकते!
मिया अखिलेश ने तुरंत आदेश का पालन करते हुए मंदिर से लाउड स्पीकर हटवाने चालू भी कर दिये थे!
तब एक सवाल मुस्लिमो से ओर मिया अखिलेश के लिए मेरे मन आया था!
अगर नवरात्रि के दिनो मे हिन्दू ये कहे की वो इन पवित्र दिनो मे मस्जिदो से आती हुई अजान नहीं सुन सकते!
तो क्या इतनी ही फुर्ती से मस्जिदो से लाउड स्पीकर हटाये जायेंगे?
तब कोई भांड मीडिया इस पे डिबेट भी नही किया की ''अकेले मंदिर पे माइक लगाने की पाबंधी क्यों ''
अपने ही देश कश्मीर के हिन्दू जब मुस्लिम अत्याचार के मारे अपना घर बार छोड़कर दिल्ली आते है तो उनके वोटर कार्ड नहीं बनाए जाते!
तो पकिस्तान से आये हिन्दुओं की तो आप बात ही छोड़ दें!
हां रोहिंग्या से आये मुसलमानो का धड़ल्ले से बनेगा!
यानी अप्रत्यक्ष रूप से हिन्दुओं की संख्या को कम करना और अन्य धर्म के लोगों को प्रोत्साहन देना यह इन बिके हुवे नेताओ की नीति है!
हिन्दुओ क्या अब भी आपको लगता है कि इस भीड़तंत्र में आप भारत को हिन्दूराष्ट्र बना पाओगे???
कुमार अवधेश सिंह

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