मुंबई के माटुंगा रेलवे स्टेशन का चार्ज संभाल रही महिलाओं ने अपने अनूठे कार्य से एक रिकॉर्ड बनाया है। मध्य रेलवे के माटुंगा रेलवे स्टेशन की कमान पिछले 6 महीनों से महिला कर्मचारियों के हवाले है। यहां स्टेशन मास्टर से लेकर टिकट कलेक्टर तक महिलाएं हैं। मुंबई का माटुंगा देश का पहला ऐसा रेलवे स्टेशन है, जिसकी कमान पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में है। इसी खासियत ने इस स्टेशन को 2018 के लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में शामिल करा दिया है। पिछले साल मध्य रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने महिला सशक्तीकरण की ओर कदम उठाते हुए माटुंगा रेलवे स्टेशन पर सिर्फ महिला स्टॉफ को नियुक्त करने का फैसला किया था। इसके बाद वहां स्टेशन मैनेजर, बुकिंग स्टॉफ, टिकट चेकर, आरपीएफ जवान, सफाई कर्मचारी समेत सभी पदों पर महिला कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी और 12 जुलाई, 2017 को स्टेशन का संचालन उन्हें सौंप दिया गया था।
वर्तमान में माटुंगा रेलवे स्टेशन पर कुल 41 महिला कर्मचारी तैनात हैं और बाखूबी चौबीस घंटे इस व्यस्त रेलवे स्टेशन का संचालन कर रही हैं। स्टेशन प्रबंधक ममता कुलकर्णी के मुताबिक पूरा स्टॉफ महिला होने के बाद भी उन्हें दिन-रात स्टेशन का संचालन करने में कोई दिक्कत नहीं होती बल्कि गर्व होता है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार महिलाओं पर विश्वास जताए तो महिलाएं कोई भी मुश्किल कार्य का सफलता से संचालन कर सकती है। यही वजह है कि इस स्टेशन को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में जगह मिली है।
माटुंगा रेलवे स्टेशन की महिला कर्मचारियों की यह उपलब्धि वाकई में गौरवान्नवित करने वाली है। इससे यह साबित हो गया है कि महिलाएं किसी से कम नहीं हैं। दरअसल प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार महिलाओं में यही आत्मविश्वास जगाना चाहती हैं। एक नजर डालते हैं महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मोदी सरकार क्या-क्या योजनाएं चला रही है।
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