काम मे कैसी शर्म ?? ....
काम कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता .... हाँ चोरी डाका अपराध अपहरण फिरौती जरूर गलत है ....
बीकानेर रेलवे स्टेशन से बाहर निकल के देखिये .... जोशी रसगुल्ला भंडार है .... छोटू मोटू के डिब्बा पैक रसगुल्ले आज भारत की हर बड़ी स्टाल पर मिलेंगे .... हल्दीराम .... बीकाजी .... भीखाराम चांदमल जैसे ब्रांड्स ने बीकानेर को अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाई है .... कल तक ये लोग गरीबी मुफलिसी में रानी बाजार में भजिया तलते थे ये आज करोड़पति है .... बीकानेर में एक पकौड़ी चाय वाला सुबह ऑडी में बैठ के दुकान आता है ....
जयपुर की मावा कचौड़ी वाले आलीशान बंगलो गाड़ियों के मालिक बन गए है .... जो जयपुर आता है मावा कचौड़ी खा के घर के लिए पैक करवा के ले जाता है .... जयपुर का प्रिंस पान वाला सालाना करोड़ो का इनकम टैक्स सरकार को पे करता है ....
अजमेर की कढ़ी कचौड़ी वाले चांदी काट रहे है .... नसीराबाद (अजमेर) का कचौड़ा एक 5 किलो का आता है जिसकी अपनी एक अलग ख्याति है .... ब्यावर (अजमेर) की तिलपट्टी गजक की देश और दुनियां दीवानी है ....
पूरे भारत के किसी शहर में प्रतिदिन बेसन का इतना उपभोग नहीं होता जितना अकेला जोधपुर शहर के मिर्ची बड़ो में होता है .... जोधपुर के मिर्ची बड़े जिसने ना खाया समझो चार धाम यात्रा ना की जीवन में ....
मेरे छोटे से शहर के रामेश्वर जी के रसगुल्ले 10 रूप्यये पीस होते है जब पूरे भारत के रसगुल्ले 8 रूप्यये पीस होते है .... रामेश्वर जी का राजभोग 18 रूप्यये पीस होता है जब देश मे राजभोग 14 से 16 रूप्यये पीस होता है .... आज शादी है तो रामेश्वर जी के रसगुल्ले राजभोग 4 महीने पहले बुक करने पड़ते है .... फिर भी मिलने मुश्किल होते है ....
मेरे बचपन के अंडरवियर फ्रेंड ने 10वीं के बाद गोलगप्पे का ठेला निकालना शुरू किया था 1996-97 में .... आज शहर का और आस पास के शहरों का सबसे बड़ा कैटर्स है .... नाम है राठौड़ कैटर्स .... सभी शादियों में नॉन तंदूरी से ले के चाटो की स्टॉल उसी की लगती है .... अपना एक फ़ास्ट फ़ूड का छोटा सा रेस्टोरेंट भी खोल लिया .... शाम 4 से रात 9 बजे तक खोलता है बन्दे को फुर्सत नहीं मिलती .... रोज़ 1000 रूप्यये तो दारू मुर्गा सिगरेट रजनीगंधा में उड़ाता है ....
नाई शेविंग के 30 रूप्यये कटिंग के 50 रूप्यये लेता है .... रोज़ 8 से 10 ग्राहक भी आ जाये तो बन्दा 600 से 800 रूप्यये प्रतिदिन कमा के इज्जत और शान से परिवार पालता है .... फेशियल मसाज वाली कमाई अलग से होती है ही ....
सब्ज़ी की रेहड़ी वाला 1000 से 1500 रूप्यये रोज़ कमा के शाम को दारू के साथ चखने में 150 रूप्यये प्रत्ति किलो वाली 2 सेंव या 1 अनार खाता है ....
मुंफली कुल्फी की रेहड़ी वाला मरे से मरे 500 रूप्यये रोज़ कमाता है ....
पान बीड़ी सिगरेट गुटखा की टप्पी वाला जंगल खेतों में बैठे तो भी 800 से 1000 रूप्यये रोज कमाता है ....
दरअसल मोदी जी के पकौड़ी वाले बयान की आलोचना करने वाले लोग और लुगाइयाँ वो ही है .... जो जिओ सिम से मुफ्त का इंटरनेट चला के क्रांति करते है .... वोडा आईडिया एयरटेल का नेट पैक डलवाने जितनी इनकी औकात नहीं है ....
काम मे कैसी शर्म ?? ....
काम कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता .... हाँ चोरी डाका अपराध अपहरण फिरौती जरूर गलत है ....
देश की शान है मेहनतकश लोग ....
इज्जत मेहनतकश लोगों की होती है ....
ठुल्लो को गली का कुत्ता भी नहीं पूछता ....
मुफ्तखोर लोग देश पर बोझ है !!
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