अनाथालय की नाबालिग बच्चियों को प्रेग्नेंट कर उनके जन्मे बच्चों को बेचा, मिशनरी आतंक पर मीडिया मौन।
ये धंधा सिर्फ आज से ही नहीं बल्कि तभी से ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाया जा रहा है जब से वो अंग्रेजो के साथ भारत में आयी थी, हिन्दुओ का धर्मांतरण, हिन्दुओ को लूटना, और मानव तस्करी जैसे कामो में ये मिशनरियां लिप्त है। और कोई इनके काले कारनामो पर बात करे तो इनका पूरा संगठन रोने लग जाता है की भारत में हम खतरे में है, और इनके द्वारा पोषित मीडिया चिल्लाना शुरू कर देता है।
झारखण्ड की राजधानी रांची में निर्मल ह्रदय नाम का ईसाई मिशनरी है, जहाँ पर पिछले दिनों पुलिस ने ईसाई मिशनरियों के लोगों को बच्चों को बेचने के जुर्म में गिरफ्तार किया है, इसी 1 मिशनरी से 280 बच्चे गायब है ।
औसतन 1 बच्चे को 1 लाख 50 हज़ार रुपए में बेचा गया, इस मिशनरी में कई बच्चों का जन्म हुआ जिसमे से 280 बच्चे गायब कर दिए गए, अब इस मामले में बड़े खुलासे हो रहे है। जिन बच्चों को गायब किया गया ये सभी बच्चे उन माताओं के है जो की इसी ईसाई मिशनरी में रहती थी, ये मिशनरियां अनाथालय, अस्पताल इत्यादि चलाते है ।
अपने अनाथलय की नाबालिग लड़कियों को मिशनरियों ने रेप कर प्रेग्नेंट कर दिया, और उनके जो बच्चे जन्मे उनकी तस्करी कर पैसा बनाया, ये है इन मिशनरियों का असल धंधा। ये परोपकार और अनाथलय, वृद्ध आश्रम का जो धंधा करते है उसका ये घिनोना सच है, अनाथलय की नाबालिग बच्चियों का रेप कर प्रेग्नेंट करना और उनके बच्चे बेचकर पैसा बनाना, इसके अलावा वृद्ध आश्रम में जो वृद्ध रहते है उनके अंगों की तस्करी करना, ये है इन मिशनरियों के परोपकार वाले धंधे का सच।
ऐसे ही शैतानियत भरे धंधों से ये मिशनरियां पैसा बनाती है और भारत में धर्मांतरण के उद्योग में इस पैसे का इस्तेमाल करती है, और बड़े बड़े चर्च बनाये जाते है, पूरी मीडिया और बुद्धिजीवी इनकी मदद करते है,क्यूंकि शैतानियत से कमाया हुआ धन ये मीडिया वालो को भी देते है, पिछली सरकारें तो सो रही थी अब इन शैतानो पर कार्यवाही हो रही है।
और पिछले दिनों ये लोग जो चिल्ला रहे थे की हम भारत में खतरे में है, हम डरे हुए है, ये सब क्यों चिल्लाया जा रहा था आप अब समझ सकते है।
मिशनरीज ने भारतीयों की नब्ज़ गहरे पकड़ी. वे जान गए कि भारत के लोगों को वश में करने का एक ही अमोघ मंत्र है: एक शब्द- 'माँ' !बस , फिर क्या था?.. श्रवण कुमार के 'अवतार' यानि हम लोगों को बिना सोचे-समझे 'मदर' टेरेसा के पैरों में बिछ जाने से कौन रोक सकता था?
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बच्चा चोरी और बेचने के सीधे-साधे मामले ने भी राजनीतिक रंग ले लिया है. TMC-CPM इसे BJP की साज़िश बता रहे हैं. ईसाई संगठन CBI जाँच माँग रहे हैं. समर्थन पा कर आरोपी नन ‘इक़बालिया बयान’ से मुकर गयी हैं.
मिशनरीज ने भारतीयों की नब्ज़ गहरे पकड़ी. वे जान गए कि भारत के लोगों को वश में करने का एक ही अमोघ मंत्र है: एक शब्द- 'माँ' !बस , फिर क्या था?.. श्रवण कुमार के 'अवतार' यानि हम लोगों को बिना सोचे-समझे 'मदर' टेरेसा के पैरों में बिछ जाने से कौन रोक सकता था?
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बच्चा चोरी और बेचने के सीधे-साधे मामले ने भी राजनीतिक रंग ले लिया है. TMC-CPM इसे BJP की साज़िश बता रहे हैं. ईसाई संगठन CBI जाँच माँग रहे हैं. समर्थन पा कर आरोपी नन ‘इक़बालिया बयान’ से मुकर गयी हैं.
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