Thursday, 2 August 2018

 
आखिर ये इल्लुमनिती है क्या बला ??
आपको बताते है वो गुप्त रहस्य जिसे उजागर
करने वाले अधिकतर लोगो की हत्या की जा
चुकी है या फिर उनको गुमनामी की ज़िन्दगी
जीने पर मजबूर कर दिया गया है।
ILLUMINATI अर्थात प्रबुद्ध या सबसे अधिक
बुद्धिमान लोगों का समूह ..
बहुत से मित्रो को ये भी नहीं पता होगा की आखिर
ये इल्लुमनिती है क्या बला ??
इल्लुमनिती दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगो
का एक सीक्रेट संगठन है,जो की पूरी दुनिया पर
कब्ज़ा करना चाहता है।
इसके मुख्य उद्देश्य है पूरी दुनिया में बिना किसी
बॉर्डर के सभी देशो में एक मुद्रा एक संस्कृति,एक
सभ्यता,एक जाति विशेष का एकछत्र साम्राज्य हो।
इसके लिए इन्हें जनसख्या पर भी नियन्त्रण
करना है, जिसका एक ही एक उपाय है।
लोगो का जातीय सामूहिक संहार,फिर चाहे वो
प्रथम विश्व युद्ध करवाना हो या द्वितीय या
भारत पाक युद्ध या फिर वियतनाम अमेरिका
युद्ध,या अफगानिस्तान पर अमेरिकी हमला,
या अब तीसरे विश्वयुद्ध के साथ साथ जल-युद्ध
और परमाणु युद्ध की तैयारी।
इस संगठन पर वर्तमान में यहूदियों और कुछ
सीमा तक ईसाईयों का कब्ज़ा है,
यहूदियों का इसलिए क्यूंकि अमेरिका में भी
उन्ही का दबदबा है और इल्लुमनिती को अधिकतर
फण्ड वही से मिलता है,पूरी दुनिया में इल्लुमनिती
का सबसे बड़ादुश्मन शत्रु है हिन्दू,
जी हाँ !!
सनातन धर्म इल्लुमनिती का सबसे बड़ा शत्रु है।
किसी भी देश में कोई भी सत्ता बिना इनके
हस्तक्षेप के नहीं चल सकती,शायद कुछ लोगो
को ये बात हजम न हो,पर भारत में कोई भी
सरकार चाहे वो आ चुकी है या आने वाली है
वो इन्ही के इशारों पर चली है और चलेगी।
इनका सबसे बड़ा प्रोजेक्ट एक और है।
एक फिल्म है the resident Evil और भारत
में बनी हुई Go Goa Gone,इन सभी में एक
ही समानता है,लोगो को वायरस द्वारा अर्द्धमृत
कर देना और उनकी बुद्धि पर नियंत्रण करना।
इलुमनिती भी वायरस द्वारा भी माध्यम व् गरीब
लोगो का समुहिक संहार करने के प्रोजेक्ट पर काम
कर रही है और इसके लिए उन्होंने लोगो के मन में
डर बैठाने के लिए हॉलीवुड और बॉलीवुड का सहारा
लिया है।
उपर लिखे २ नाम तो केवल एक मोहरा है,
लिस्ट काफी लम्बी है,जिस वायरस पर
इल्लुमनिती संगठन अब तक कार्य कर
रहा है उसका केवल एक ही तोड़ है और
वो है यज्ञ,यज्ञ न केवल हानिकारक किरणों,
गैसों,बल्कि जैविक परमाणु और अन्य
रासायनिक हथियारों को आराम से
निष्क्रिय कर सकता है,चावल जो की
सबसे अच्छा anti-atom पदार्थ है,इसकी
यज्ञ में आहुति से पूरा वातावरण परमाणु
विकिरण से मुक्त हो जाता है।
इसके अतिरिक्त और भी हजारो ऐसे पदार्थ
या हवन सामग्री में प्रयोग होने वाले तत्व है
जो इनसे मुक्ति दिला सकते है।
इलुमनिती का सबसे मुख्य कार्य इस समय
सनातन धर्म को ही समाप्त करना है।
इसके कारण बहुत है – पहला सनातन धर्म में
अध्यात्म और ईश्वरीय तत्व,जहाँ अध्यात्म व्
ईश्वरीय आभास होगा वहां पर पैशाचिक विचारो
का होना असंभव है,सनातन धर्म को समाप्त
करने के लिए ही इस्लाम और ईसाईयत को
पुरे देश में इल्लुमनिती द्वारा बढ़ावा दिया
जा रहा है,जिस कारण बड़े पैमाने पर मुसलमानों
द्वारा धर्मान्तरण,लव जिहाद,दंगे आदि हो रहे है,
इमुलानिती का उद्देश्य किसी विशेष समुदाय
का समर्थन नहीं करना है,केवल अपने लाभ
के लिए ये एक मजहब के दुसरे मजहब के
विरुद्ध प्रयोग करते है।
सबसे पहले इल्लुमिनाती का इतिहास जानिए।
गोड (god)कौन है किसी को मालुम नही पर
उसने एक बार अब्राहम को पास बूला कर कहा
कि तूझे और तेरी संतानों को पूरी पृथ्वि
आशिर्वाद के रूप में देता हुं ।
तब से अब्राहम अपने आप को पूरी पृथ्वि का
मालिक समजने लगा,और अपने बच्चों को
भी बताता रहा ।
अब्राहम जिस जीवन शैली से रहता था उसे
यहुदी धर्म कहा गया ।
कुछ पिढियों के बाद उस के विशाल परिवार
वैचारिक हिस्से में बंट गया ।
इसा नाम के आदमी ने दावा किया की मैं गोड
की पसंद हुं।
मै कहता हुं ऐसे जीना है और वो ही हमारा धर्म है,
और इसाई धर्म की स्थापना कर दी ।
मोहम्मद नाम का आदमी बोला मै ही खूदा की
पसंद हुं,मैं कहुं वो ही धर्म है,और इस्लाम की
स्थापना हो गई।
ऐसे एक संप्रदाय से तीन तीन संप्रदाय पैदा हुए
1 यहुदी
२ इस्लाम
३ इसाई,
और तीनों दावा ठोकने लगे हम लोग ही उपरवाले
की पसंद है,हमें ही पृथ्वि भेंट में मिली है,हमे ही
उस पर राज करना है।
पृथ्वि पर अधिकार के लिए इस्लाम और इसाई
प्रजा क्रुजेड और जेहाद के नाम पर सदियों तक
कटती रही ।
यहुदी प्रजा यहुदी प्रजा जगत की अन्य प्रजा की
तरह इन दोनों की शिकार होती रही,साथ में अलग
तरिके से मजबूत बनती रही।
अपना सारा ध्यान व्यापारमें लगा दिया और आज
की तारिख में धन के बल पर उसी प्रजा ने साबित
कर दिया की गोड की पसंद के लोग वही है और
उसे ही राज करना है।
जी हाँ,हमारे बन बैठे मालिकों की बात लिख रहा हुं।
ये मालिक ब्रिटन के राज महेल से दूर अपना ही
एक अलग छोटासा टाउन बना के रहते थे।
इस टाउन की नीव इसा की पहली सदी में
रोमन व्यवसायीयों ने डाली थी।
युध्ध होते रहे,राज परिवार बदलते रहे।
हजार साल पहले,सन १०६७ में राजा के
साथ समझौता किया ।
इस टाउन के नागरिक राजा के वफादार रहेंगे,
राजा को जितने भी धन की जरूरत पडे,
ये नागरिक देंगे।
लेकिन शर्त इतनी कि राजा कभी भी उनके काम
में कोइ दखल न दे।
राजा का कोइ भी कानून इस टाउन को लागू नही
होने चाहीए ।
लंडन शहर के बिचो बीच आज भी ६७७ एकड़
का एक छोटासा ८००० की आबादीवाला स्वतंत्र
देश “सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन” मौजुद है ।
इस सिटी के आदमी इस सिटी से बाहर ब्रिटेन
किसी भी संस्था में बडे पद पर लग जाता है
लेकिन बाहर का आदमी इस सिटीमें कभी
बडे पद पर नियुक्त नही होता।
ब्रिटेन की पार्लमेंन्टमें भी चुन के जाते है
लेकिन वहां का कानून लागु नही होता।
इन का राज परीवावार से सिधा संबंध है।
दिनमें बाहर से दो ढाई लाख आदमी बाहर
से काम के लिए आ जाते हैं।
विश्व की ५०० बेंकों के,बडे बडी कंपनियो के
हेडक्वोर्टर्स यहां पर है ।
१=युनओ(uno),अमेंरिका का डिस्ट्रिक्ट ओफ
कोलंबिया (जो अमरिका के कंट्रोलमें नही है),
2=नाटो की सेना,
३=युरोप के १३ राज घराना और अति घनवान परिवार,
४= कमिटी-३००,इन सब के अधिकारियों की
मीटिंग, सबके निर्णय इस सिटीमें लिये जाते हैं ।
इनके काम ====
दुनिया के देशों में किसे प्रमुख बनाना चाहिए
किसे पद से उतारना है यहां तय होता है।
वेटिकन सिटी में किसे पोप बनाना है निर्णय ये
लोग लेते हैं।
सारी दुनिया को कैसे हेंडल करना है वो सारे
निर्णय यहां होते है।
एक तरिके से पूरी दुनिया पर इस सिटी का
राज है ।
न्यूयार्क का वालस्ट्रीट इस का ही एक हिस्सा है।
यहां यहुदी ही रह गये हैं ऐसा नही है अब सारे
धनपति आ गये हैं,
जिनका स्थापित धर्म के साथ लेना देना नही है।
उनका अपना मॅसोनिक धर्म है ।
सिटी के बीचमें मेसोनिक लोज (पूजा स्थल) है।
ल्युसिफर नाम के शैतान की पूजा करते हैं।
और अपनी जात को क्रुरतम और निर्दयी बनाने
के लिये भयांकर तांत्रिक विधी भी कर लेते हैं
और कभी बच्चों की बलि चढाना भी नही चुकते ।
ईस सिटी का मुखिया अभी चुनाव जीता है ।
इसे लोर्ड ओफ मेयर कहा जाता है ।
कमिटी-३०० (इस्ट इन्डिया कंपनी) दुसरे दरजे
के घनपति है,वाया सिटी ओफ लंडन कोर्पोरेशन।
ये लोग पूरी दुनिया का फाईनान्स हेन्डल करते है ।
आईएमेफ IMF वर्ल्ड बेन्क,WORLDBANK
फेडरल रिजर्व,AMERICI FED RESERV
युरोपिय सेन्ट्रल बेन्क और दुनिया भरकी
बेन्किन्ग सिस्टम का नियंत्रण करते हैं ।
विकासशील देशों को करजे में डुबा कर विकसित
देशों के गुलाम बनाते हैं ।
ग्रुप ७,२० और ३० इन्वेस्टमेन्ट बेन्कों के
फाइनेंशियल रेग्युलेटर और दलाली के
काम करते है।
एक आर्थिक आतंकवादी की तरह ।
वर्तमान स्थिति ==== इस समय इलूमिनाति
एक सीक्रेट सोसाइटी के रूप में काम कर रही है ,,,,
कहीं भी अपने आप को शो नहीं होने देती ,,
पर मौजूद है हर जगह है जी हाँ भारत में भी ,,
जो भी लोग अमेरिका हित की ,,,
फोर्ड हित की ,,
सीआईए एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं
समझ लीजिए इल्लुमिनाती वाले हैं या उनके
एजेंट हैं।
अप्रत्यक्ष या प्रत्यक्ष रूप से Vatican City
का इस पर सदा नियंत्रण रहता है।
#साभार_समाधानblogspot**

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