Friday, 3 August 2018

वर्षाजल सहेजने


धरती मैया को पानी पिलाओगे तो वह मय ब्याज के लौटाएगी-
मेरे छोटे भाई सुनील ने इस वर्ष जून में ही वर्षा जल से अपना जल स्रोत रिचार्ज करने की तैयारी कर ली थी।
उन्होंने अपने खेत के पास से बहने वाले एक बरसाती नाले से नलकूप तक जेसीबी की मदद से करीब 12 फीट गहरी, 4 फीट चौड़ी और 100 फीट लंबी नाली खुदवाई और उसमें पत्थर और रेत भरवा दी,ताकि नाले से बहने वाला पानी नलकूप तक साफ सुथरा कीचड़ रहित आये और
नलकूप के बाहरी पाइप के छोटे-छोटे छेद से रिसता हुआ भूगर्भ में पंहुचता रहे।
सही समय पर किये गए इस छोटे से खर्च से अब उन्हें उम्मीद है कि बरसात बाद भी जब तक नाला बहता रहेगा उनका भूगर्भीय जल स्रोत रिचार्ज होता रहेगा।
मेरा सुझाव है तमाम समझदार दोस्तों को वर्षाजल सहेजने के ऐसे ही कुछ न कुछ प्रयोग करते रहना चाहिए।

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