Thursday, 10 August 2017


परमाणु हमले में सक्छ्म अत्याधुनिक AESA रेडार के साथ जगुआर की उड़ान, दुश्मन के इलाके में एक साथ कई टारगेट कर सकेंगे तबाह..!!!
डोकलाम में चीन से तनाव के बीच भारतीय वायुसेना की क्षमता में बड़ा इजाफा हुआ है। जगुआर लड़ाकू विमान ने पहली बार अत्याधुनिक AESA रेडार के साथ उड़ान भरी है। इससे जगुआर की दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाकर ठिकानों को तबाह करने की क्षमता बढ़ेगी।
बेंगलुरु में शुक्रवार को हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के एयरपोर्ट पर यह उड़ान भरी गई। इजरायल से लिए गए AESA रेडार में कई टारगेट एक साथ ट्रैक करने की क्षमता है, ऑपरेशन का दायरा बड़ा है और सटीकता बेहतर है। यह अपनी मौजूदगी का एहसास नहीं होने देते, जिससे लड़ाकू विमान एक साथ कई निशाने साध सकते हैं। अब तक देश में किसी लड़ाकू विमान में यह रेडार नहीं था। राफेल और बोइंग के नए लड़ाकू विमानों में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है।
लड़ाकू विमानों की मारक क्षमता से जूझ रही वायुसेना जगुआर के इस अपग्रेड प्लान से संतुष्ट है। HAL ने एक बयान जारी कर कहा कि रेडार के कारण विमान सॉलिड स्टेट डिजिटल विडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (SSDVRS) सॉलिड स्टेट फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (SSFDR) स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले (SMD), रेडियो अल्टीमीटर, ऑटोपायलट जैसे तकनीक को और मजबूती मिलेगी।
पवन अवस्थी

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