Friday 25 August 2017

कर्नल पुरोहित का पाकिस्तान में जासूसी नेटवर्क इतना मजबूत था की हाफिज सईद और आतंकी लख्वी भी उनसे डरते थे...



डाटा वैज्ञानिक गौरव प्रधान ने कर्नल पुरोहित, हिन्दू आतंकवाद की साजिश, पाकिस्तान, हाफिज सईद, सोनिया गाँधी, कांग्रेस के अन्य नेताओं पर कई बड़े खुलासे किये है और इन तमाम खुलासों में ये तो बहुत ही गंभीर खुलासा है की 2010 में सोनिया गाँधी और हाफिज सईद की मुलाकात होनी थी... गौरव प्रधान इस से पहले भी कई गंभीर खुलासे कर चुके है, जो सटीक साबित हुए है, इसलिए उनके खुलासों को नजरअंदाज भी नहीं किया जा सकता..
 गौरव प्रधान ने खुलासा किया की 2005 में सोनिया-मनमोहन की सरकार के दौरान आज के NSA अजित डोवाल को मुंबई में गिरफ्तार किया गया था क्यूंकि उनके पास पाकिस्तान मे बैठे दाऊद को ख़त्म करने का पूरा प्लान मौजूद था ..., 26/11 से ऐन पहले ही कर्नल पुरोहित को पकड़ा गया क्यूंकि उनको कदाचित 26/11 के प्लान का पता था... पुरोहित को पता था की एक कश्मीरी नेता जो जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री भी था, और कांग्रेस का नेता है "मिया आज़ाद" (गुलाम नबी आज़ाद) उसकी गाड़ी में आतंकी घूमते थे गाड़ी पर लाल बत्ती लगी थी, इसी नेता की गाड़ी का इस्तेमाल 2005 से लेकर 2010 तक पैसों की फंडिंग में भी की गयी
26/11 आरएसएस की साजिश" नामक किताब  पहले से छाप कर रख ली गयी थी...
        गौरव प्रधान ने ये भी बताया की 26/11 का पूरा षड्यंत्र हिन्दुओ को आतंकी घोषित करने के लिए पाकिस्तान से मिलकर रचा गया था..सभी आतंकियों को ख़त्म किया जाना था, ताकि सभी को हिन्दू आतंकी घोषित कर दिया जाये...."26/11 आरएसएस की साजिश" नामक किताब तो पहले से छाप कर रख ली गयी थी, जिसका विमोचन कोंग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने खुद किया था
           हेमंत करकरे को खास निर्देश दिया गया था की कोई भी आतंकी बचने न पाए, पर तुकाराम ओम्ब्ले नामक सिपाही ने कांग्रेस और पाकिस्तान का सारा खेल ख़राब कर दिया और जिन्दा आतंकी कसाब पकड़ लिए गया...आतंकियों ने हेमंत करकरे को पहचाना ही नहीं और उन्हें गोली मार दी गयी...
पाकिस्तान कर्नल पुरोहित की कस्टडी की मांग कर रहा था...
कर्नल पुरोहित की पत्नी अपर्णा पुरोहित ने कहा था की, एक समय पाकिस्तान कर्नल पुरोहित की कस्टडी की मांग कर रहा था, और सोनिया-मनमोहन सरकार इसके बारे में विचार भी कर रही थी...पाकिस्तान के कई राज कर्नल पुरोहित को पता था, उनका पाकिस्तान में जासूसी नेटवर्क भी था..यही सब जानने के लिए पाकिस्तान कर्नल पुरोहित के कस्टडी की मांग कर रहा था ... पाकिस्तानी जनरल पाशा के कहने पर ही कर्नल पुरोहित को ठीक 26/11 के पहले गिरफ्तार कर लिया गया, क्यूंकि पाकिस्तानियों को शक था की कर्नल पुरोहित को 26/11 की भनक लग चुकी है डॉ प्रधान ने पूरी साजिश के पीछे चिदंबरम, सुशिल कुमार शिंदे और इटालियन आंटी (सोनिया गाँधी) एयर अहमद पटेल का नाम लिया ...
33 नंबर का ट्वीट -
 मुद्रिक में पाकिस्तानियों और भारत के गद्दारों की एक मीटिंग हुई थी वो भारत की सैन्य ख़ुफ़िया एजेंसियों के बारे में जानना चाहता था

ट्वीट नंबर 34 - पहला प्लान था की लाल कृष अडवाणी, मोदी और बाल ठाकरे को ख़त्म किया जाये...पर इटालियन माता ने इंकार कर दिया क्यूंकि 2009 के चुनाव आने वाले थे, और हिन्दू नेताओं के मारे जाने से कांग्रेस को चुनाव में नुक्सान होने का डर था

ट्वीट नंबर 38 और 39 -
26/11 का सारा प्लान आरएसएस को आतंकी संगठन बताकर हिन्दुओ आतंकवाद को सिद्ध करने के मकसद से बनाया गया था...समझौता ब्लास्ट में फंसाये गए असीमानंद से कहा गया की तुम गुजरात के एक बड़े बीजेपी नेता का नाम ले लो, पर असीमानंद ने इंकार कर दिया तो उनको यातनाएं दी गयी, ऐसा ही साध्वी प्रज्ञा के साथ भी किया गया

ट्वीट नंबर 45 और 47 -
पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद इटालियन माता से 2010 में मिलना चाहता था, पर इटालियन माता ने इंकार कर दिया क्यूंकि इसमें काफी रिस्क था
       26/11 के हमले के बाद आरएसएस को आतंकी संगठन घोषित करने के बाद मोदी और अमित शाह को भी फंसाने का प्लान था क्यूंकि इटालियन माता 2004 से ही जानती थी की ये दोनों उसके लिए बड़ा खतरा है

ट्वीट नंबर 53 -
गौरव प्रधान ने कहा की मैं ऐसे ही नहीं कहता की ISI के जनरल पाशा ने भारत पर 10 सालों तक राज किया (2004 से लेकर 2014)

डॉ गौरव प्रधान ने बताया की कर्नल पुरोहित का पाकिस्तान में जबरजस्त जासूसी नेटवर्क था, और अजित डोवाल भी ये जानकार हैरान थे, कर्नल पुरोहित ने कम से कम 7 बार पाकिस्तान की साजिश और हमलों को अपने इसी जासूसी नेटवर्क के दम पर फेल किया था


डॉ प्रधान ने ये भी बताया की, कर्नल पुरोहित का पाकिस्तान में जासूसी नेटवर्क इतना मजबूत था की हाफिज सईद और आतंकी लख्वी भी उनसे डरते थे, और दोनों की सुरक्षा भी बढ़ाई गयी थी, कर्नल पुरोहित के निशाने पर दोनों ही थे, पर जनरल पाशा के इशारे पर कर्नल पुरोहित को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया
और उनको आतंकी घोषित करने की हर मुमकिन कोशिश करी गयी



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