50 कुंओं पर बना ताज, शाहजहां से नाराज मजदूरों ने जानबूझकर की ये गलती...
आगरा. ऑस्ट्रेलिया की ट्रैवल कंपनी इंट्रेपिड ट्रैवल ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है- ''अप्रैल 2018 तक ताज विजिट न करें, तो बेहतर होगा।'' आगरा में ताज से जुड़े बिजनेसमैन इस मैसेज के बाद परेशान हैं। उनका मानना है कि इससे ताज पर विदेशी पर्यटकों में कमी आएगी। dainikbhaskar.com आपको ताज महल से जुड़े कुछ रेयर और इंटरेस्टिंग Facts के बारे में बताने जा रहा है। टीम ने इसके लिए इतिहासकार राज किशोर राजे से बात की। उन्होंने बताया कि 50 कुंओंं के ऊपर ताज महल बना है। यही नहीं, शाहजहां से नाराज होकर मजदूरों ने जानबूझकर ताज में एक बड़ी गलती की।
- संसद की पर्यावरण संबंधी स्थाई समिति की सिफारिश के बाद प्रदूषण की कालिख से धूमिल हुए ताज के सौंदर्य को चमकाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मडपैक (मुल्तानी मिट्टी से उपचार) करा रहा है।
ऑफ सीजन में ढक सकता है ताज का मुख्य गुंबद
- संसद की पर्यावरण संबंधी स्थाई समिति की सिफारिश के बाद प्रदूषण की कालिख से धूमिल हुए ताज के सौंदर्य को चमकाने के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मडपैक (मुल्तानी मिट्टी से उपचार) करा रहा है।
- डेढ़ साल में ताज की उत्तर-पूर्वी, उत्तर-पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी मीनार को चमकाया जा चुका है।
- मुख्य मकबरे के फ्रंट (दक्षिणी दिशा) को छोड़कर पूर्वी, उत्तरी और पश्चिमी भाग में मडपैक किया जा चुका है।
- मुख्य मकबरे के फ्रंट (दक्षिणी दिशा) को छोड़कर पूर्वी, उत्तरी और पश्चिमी भाग में मडपैक किया जा चुका है।
- ASI ऑफ सीजन में यहां मडपैक करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही मुख्य गुंबद पर भी मडपैक किया जाना है।
- इसमें काफी लंबा समय लगेगा और पूरे गुंबद को पाड़ बांधकर कवर किया जाएगा, जिससे ताज का व्यू खराब होगा।
- इसी का हवाला देते हुए वेबसाइट ने पर्यटकों को आगरा नहीं जाने की सलाह दी है।
- ASI के अधीक्षक भुवन विक्रम सिंह का कहना है- यह सही है की मुख्य गुम्बद पर मडपैक लगाने के लिए उसे बांस-बल्लियों से ढका जाएगा। लेकिन उसमें कितना समय लगेगा, यह तय नहीं है।
- किसी वेबसाइट पर भ्रामक प्रचार से पर्यटन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि पर्यटक किसी एक वेबसाइट को देखकर नहीं आता।
- बता दें, पर्यटक भारत आने पर सबसे ज्यादा ताज महल की ओर आकर्षित होता है।
- ऑस्ट्रेलिया की कंपनी की वेबसाइट www.interpidtravel.com 100 देशों में कारोबार करती है।
- इसमें काफी लंबा समय लगेगा और पूरे गुंबद को पाड़ बांधकर कवर किया जाएगा, जिससे ताज का व्यू खराब होगा।
- इसी का हवाला देते हुए वेबसाइट ने पर्यटकों को आगरा नहीं जाने की सलाह दी है।
- ASI के अधीक्षक भुवन विक्रम सिंह का कहना है- यह सही है की मुख्य गुम्बद पर मडपैक लगाने के लिए उसे बांस-बल्लियों से ढका जाएगा। लेकिन उसमें कितना समय लगेगा, यह तय नहीं है।
- किसी वेबसाइट पर भ्रामक प्रचार से पर्यटन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि पर्यटक किसी एक वेबसाइट को देखकर नहीं आता।
- बता दें, पर्यटक भारत आने पर सबसे ज्यादा ताज महल की ओर आकर्षित होता है।
- ऑस्ट्रेलिया की कंपनी की वेबसाइट www.interpidtravel.com 100 देशों में कारोबार करती है।
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