Monday 20 March 2017

बेटों ने नहीं दिया खाना फिर भी माँ ने कहा- ''बेटों को बस यूं ही थोड़ा सा डांट दें लेकिन जेल नहीं भेजें''...

नई दिल्ली।
एक माँ के लिए उसके बच्चे सबसे बढ़कर होते हैं। फिर चाहे कैसी भी परिस्थितियां क्यों ना हो माँ अपने बच्चों का बुरा होते हुए नहीं देख सकती है। एेसा ही मामला सामने आया है श्योपुर में। जहां पर माँ को परेशान करने वाले बेटों को माँ ने ही जेल जाने से बचा लिया। एक माँ अपने बेटों की शिकायत को लेकर जनसुनवार्इ में पहुंची थी। 

माँ को दोनों ही बेटे मानसिक तोर पर करते थे परेशान..
मानपुर की रामनाथी ने जिला कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को बताया कि उसके पति की मौत 15 साल  पहले ही हो चुकी है। पति की मौत के बाद से ही दोनों बेटे हरिआेम आैर पप्पू उसकी देखभाल नहीं करते, और न सही तरीके से बात करते हैं न ही ढंग से खाना देते हैं। इस पर जिला कलेक्टर ने रामनाथी के बेटों को जेल भिजवाने की बात कही। 

बेटों के जेल जाने की बात सुनकर मां का दिल बैठ गया..
माँ ने कलेक्टर से गुजारिश करते हुए कहा कि बेटों को बस यूं ही थोड़ा सा डांट दें लेकिन जेल नहीं भेजें, जिससे कि वो मेरी सही तरह से देखभाल करना शुरू कर दें। एक माँ का अपने बेटों के प्रति एेसा प्रेम देखकर जिला कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल ने रामनाथी को बेटों से देखभाल कराने का आश्वासन दिया साथ ही उन्होंने रामनाथी को विधवा पेंशन दिलाने का भी आदेश दियाा।

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