Friday 3 March 2017

इस ‘भारतीय’ ने किया था ATM मशीन का आविष्कार, 1967 में पहली बार निकाले गए थे पैसे ...

नोटबंदी के इस दौर में बैंकों के साथ-साथ देशभर के एटीएम की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। एटीएम के बाहर लोगों की लंबी-लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। लोग अपना पैसा निकालने के लिए एटीएम का अधिक से अधिक प्रयोग कर रहे हैं। आज जब हमें ATM का इतना महत्त्व दिख रहा है तो ऐसे में John Shepherd Barron का शुक्रिया अदा करना बनता है.किन्तु सोचिए अगर ऑटोमेटेड टेलर मशीन यानी कि एटीएम नहीं होता, तो हमें पैसे निकालने के लिए बैंकों के सामने सामान्य दिनों में भी लंबी कतारे लगानी पड़ती, बैंक के खुलने की प्रतीक्षा करनी पड़ती। जिस दिन बैंक बंद होते, उस दिन किसी आपदा स्थिति में पैसों की आवश्यकता पड़ने पर हम यहां से वहां दौड़ते रहते। लेकिन एटीएम का आविष्कार कर, एक व्यक्ति ने हमारे जीवन को बेहद आसान बना दिया, जिससे चौबीसों घंटे कभी भी हमें पैसे निकालने की सुविधा मिली। उस व्यक्ति का एक यह आविष्कार आज के दौर में हमारे जीवन का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।

एटीएम मशीन को बनाने वाले शख्स के तार भारत से जुड़े है, जिनका नाम है John Shepherd Barron. एटीएम मशीन बनाने वाले स्कॉटलैंड के John Shepherd Barron का जन्म 23 जून, 1925 को भारत में मेघालय के शिलॉन्ग में हुआ था।


एक बार हुआ यूं कि बैरन पैसे निकालने के लिए बैंक गए, लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही बैंक बंद हो गया। फिर एक दिन ऐसे ही John Shepherd Barron के दिमाग में विचार आया कि यदि चॉकलेट निकालने वाली वेंडिंग मशीन की तरह पैसे निकालने वाली वेंडिंग मशीन भी हो, जिससे 24 घंटे पैसे निकाले जा सकें, तो कितनी आसानी होगी। बस फिर क्या, बैरन ने कड़ी मेहनत करते हुए आखिरकार एटीएम का निर्माण कर, इंसानी जीवन और पैसे का खेल पूरी तरह बदल दिया।

लंदन में बारक्लेज बैंक की एक शाखा में 27 जून 1967 में दुनिया का पहला कैश देने वाला एटीएम लगा, जिसे John Shepherd Barron ने विकसित किया था।जहां तक बात है एटीएम पिन की, तो बैरन एटीएम का पिन 6 डिजिट का रखना चाहते थे, लेकिन उनकी बीवी ने उन्हें 6 के बजाए चार डिजिट का पिन रखने का सुझाव दिया, जिसे लोगों को याद रखने में आसानी होगी। फिर बैरन ने चार डिजिट का एटीएम पिन बनाया। तब से लेकर अब तक चार डिजिट का पिन नंबर ही चलन में है।भारत में पहला एटीएम वर्ष 1987 में  हॉन्गकॉन्ग एंड शंघाई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (HSBC) ने मुंबई में लगाया था।

2010 में 84 साल की आयु में इस दुनिया को अलविदा कह चुके John Shepherd Barron ने पूरी दुनिया को अपने एटीएम के आविष्कार के ज़रिए, आधी रात हो या सुबह, जब चाहे आवश्यकता पड़ने पर एटीएम मशीन से पैसे निकालने की सुविधा दी।

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