Wednesday, 12 July 2017


2019 में मोदी की वापसी रोकने के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपनी अबसे बड़ी चाल चल दी है, कांग्रेस की चाल के मुताबिक़ भारत और चीन के बीच युद्ध कराना है, हालाँकि कांग्रेस की चाल बेनकाब हो गयी है क्योंकि राहुल गाँधी और चीनी राजदूत की गुप्त मुलाक़ात का पर्दाफाश हो गया है. हम बताने जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी क्यों चाहती है कि भारत और चीन में युद्ध हो जाए, भारत चीन युद्ध से कांग्रेस को क्या फायदा हो सकता है.
सबसे पहले तो यह जान लीजिये कि सिक्किम बॉर्डर पर भारत और चीन की सेनायें आमने सामने खड़ी हो गयी हैं, हालाँकि अभी भी युद्ध होने की संभावना नहीं है क्योंकि दोनों तरफ से भड़काने वाले बयान बंद हैं.
अब आप राहुल गाँधी का ये ट्वीट देख लीजिये, इसमें राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा है कि वह चीन को लेकर चुप क्यों हैं. राहुल गाँधी इस ट्वीट के माध्यम से कहना चाहते हैं कि मोदी चीन के बारे में उल्टा सीधा बोलें, ताकि चीन भड़क जाए और भारत के साथ युद्ध शुरू कर दे.
यह ट्वीट राहुल गाँधी ने 7 जुलाई को किया था और उसके एक दिन बाद यानी 8 जुलाई को राहुल गाँधी चोरी छिपे चीनी राजदूत से जा मिले. कांग्रेस पार्टी ने किसी को जाहिर नहीं होने दिया कि राहुल गाँधी ने चीनी राजदूत से मुलाक़ात की है, इस मुलकात को एकदम गुप्त रखा गया.
अब आप खुद सोचिये, राहुल गाँधी एक तरफ तो मोदी की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं, वे चाहते हैं कि मोदी चाइना को भड़काने वाले बयान दें और उसके दूसरे ही दिन चोरी से चीनी दूत से मिलते हैं. इस मुलाकात को सीक्रेट रखा जाता है. अब आप खुद सोचिये, दोनों में क्या मुलाक़ात हुई होगी. हम बताते हैं राहुल गाँधी ने चीन से क्या कहा होगा.
राहुल गाँधी ने कहा होगा कि केवल युद्ध करके और भारत को युद्ध में हराकर ही मोदी को दिल्ली से हटाया जा सकता है, आप भारत से युद्ध करो और हम आपका साथ देंगे, हम मोदी पर युद्ध का आरोप लगाएंगे और इसे बड़ा मुद्दा बनाएंगे.
कांग्रेस क्यों चाहती है भारत-चीन से युद्ध
भारत और चीन में युद्ध से कांग्रेस को सबसे बड़ा फायदा ये है कि मोदी की 2019 में वापसी मुश्किल हो जाएगी. इसका कारण यह है युद्ध में भारत का जान और माल का नुकसान होगा. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी की 2019 में वापसी अगले 2 वर्षों के कामकाज पर ही निर्भर करेगी. मोदी सरकार ने नोटबंदी करके बेहिसाब पैसा कमाया है. इस पैसे से अगले दो वर्षों में विकास के ताबड़तोड़ काम कराए जाएंगे. आप सोच भी नहीं सकते कि अगले दो वर्षों में कितना काम कराया जाएगा, इसके अलावा GST से भी केंद्र सरकार को बेहिसाब कमाई होने वाली है.
लेकिन अगर भारत और चीन के बीच युद्ध हो गया तो विकास के सारे काम रुक जाएंगे, सारा पैसा युद्ध में लग जाएगा, हथियार, गोला बारूद, बम, मिसाइल्स, साजों सामान, सैनिकों के लिए खाना, वाहनों को की आवाजाही, आदि, पता नहीं कितना पैसा खर्च हो जाएगा. चीन को तो ये पैसे आसानी से मिल जाएंगे क्योंकि चीन इतना पैसा तो केवल भारत में Oppo और Vivo मोबाइल बेचकर ही कमा लेगा, हमारे मोबाइल के शौक़ीन ही चीन को इतना मालामाल कर देंगे कि चीन को भारत से युद्ध लड़ने के पैसे मिल जाएंगे लेकिन भारत के पास पैसा कहाँ से आएगा. उसके पास तो केवल टैक्स की आमदनी है.
जब देश का विकास रुक जाएगा, सारे काम बंद हो जाएंगे, मंहगाई बढ़ जाएगी, हर तरफ त्राहि त्राहि मच जाएगी तो इस सबका जिम्मेदार मोदी सरकार को बताया जाएगा, कांग्रेस पार्टी जो आज चीन से युद्ध के लिए मोदी सरकार को भड़का रही है वही दो वर्ष बाद मोदी पर युद्ध का इल्जाम लगाएगी, विकास ना होने का रोना रोएगी और हो सकता है कि देशवासी भी उसकी बातों में आ जाएं, अगर ऐसा हुआ तो कांग्रेस की चाल कामयाब हो जाएगी और मोदी को 2019 में घर बैठा दिया जाएगा. कांग्रेस इसीलिए आज भारत और चीन के बीच युद्ध चाहती है और राहुल गाँधी चोरी छिपे चीनी राजदूत से मुलाक़ात कर रहे हैं.
अरून शुक्ला

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