पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी के बीच ठन गयी है, दोनों के बीच तल्खी इतनी बढ़ गयी है कि ममता बनर्जी ने राज्यपाल के साथ काम करने से इनकार कर दिया है और उन्हें हटाने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुख़र्जी को पत्र लिखा है.
ममता बनर्जी ने कहा कि गवर्नर ने कल मुझसे जिस तरह से बात की उससे मुझे बहुत अपमान महसूस हुआ, मेरा इस्तीफ़ा देने का मन किया, मेरी जिन्दगी में कभी भी इतना अपमान नहीं हुआ. राज्यपाल ने अपने संवैधानिक सीमा का उल्लंघन करके एक मुख्यमंत्री का अपमान किया है.क्यों हो रही है दोनों के बीच तकरार
आपको बता दें कि बंगाल के भदूरिया जिले के 24 परगना में एक हिन्दू युवक ने फेसबुक पर मुस्लिमों के लिए आपत्तिजनक पोस्ट डाला जिसके विरोध में मुस्लिमों ने दंगा-फसाद शुरू कर दिया, हिन्दुओं को मारना-पीटना शुरू कर दिया, लोगों के घर जलाने शुरू कर दिए, दुकानों में तोड़-फोड़ शुरू कर दी. मुस्लिम दंगे करते रहे लेकिन पुलिस ने उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया.
इस घटना के बाद बीजेपी और आरएसएस के कुछ नेताओं ने राज्यपाल से मुलाक़ात की और उनसे ममता बनर्जी की शिकायत करते हुए कहा कि मुस्लिम दंगा कर रहे हैं लेकिन ममता उनपर कोई एक्शन नहीं ले रही हैं, वे दंगाई मुस्लिमों का पक्ष ले रही हैं, इन नेताओं ने राज्यपाल को एक VIDEO भी दिखाया जिसमें मुस्लिमों की भीड़ हिन्दुओं को मारने-काटने की की बात कर रहे थे, हिन्दुओं के खिलाफ नारा लगा रहे थे.
यह देखकर राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी का खून खौल गया, उन्होने तुरंत ही ममता बनर्जी को फोन किया और उनसे घटना पर रिपोर्ट माँगी, ममता बनर्जी को यही बात अच्छी नहीं लगी, उन्होने कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस की और राज्यपाल को जमकर खरी खोटी सुनायी. आज उन्होने गृह मंत्रालय और राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखकर राज्यपाल को हटाने की मांग कर डाली.
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