Friday, 14 July 2017

कांग्रेस द्वारा फर्जी हिन्दू आतंकवाद गढ़ने की खुलेगी पोल ................!!!
कांग्रेस की हिन्दू विरोधी साजिश का होगा भांडा फोड़
संघ प्रमुख मोहन भागवत को आतंकवादियों की सूची में डालना चाहती थी यूपीए सरकार..
मॉनसून सत्र शुरू होने से ठीक पहले ऐसे तथ्य सामने आए हैं जो विपक्ष को बैकफुट पर धकेल सकते हैं और सत्ता पक्ष उसे घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। चैनल टाइम्स नाउ के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक यूपीए सरकार अपने अंतिम दिनों में आरएसएस चीफ मोहन भागवत को आतंकवादियों की सूची में डालना चाहती थी। भागवत को 'हिंदू आतंकवाद' के जाल में फंसाने के लिए कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के मंत्री कोशिश में जुटे थे।
अजमेर और मालेगांव ब्लास्ट के बाद यूपीए की मनमोहन सरकार ने 'हिंदू आतंकवाद' थिअरी दी थी। इसी के तहत सरकार मोहन भागवत को फंसाना चाहती थी और इसके लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के बड़े अधिकारियों पर दबाव डाला जा रहा था।
टाइम्स नाउ को फाइल नोटिंग्स से यह जानकारी मिली है कि जांच अधिकारी और कुछ वरिष्ठ अधिकारी अजमेर और दूसरे कुछ बम ब्लास्ट मामलों में तथाकथित भूमिका के लिए मोहन भागवत से पूछताछ करना चाहते थे। ये अधिकारी यूपीए के मंत्रियों के आदेश पर काम कर रहे थे, जिसमें तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी शामिल थे। ये अधिकारी भागवत को पूछताछ के लिए हिरासत में लेना चाहते थे।

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