Tuesday, 27 June 2017

फोटो मे जो सैनिक दिख रहें हैं, इनका नाम है डी.रामाकृष्ण..!! मेरे साथ अभी दिल्ली से चेन्नई जा रही तमिलनाडु एक्सप्रेस मे यात्रा कर रहें हैं..!! इनकी तैनाती कश्मीर के “तंगधार" मे है..!!
जहां बी एस एफ का हैड-क्वार्टर है.. लेकिन इनकी ड्यूटी वहां से चौदह हजार फीट की ऊंचाई पर है..!!
जहां सांस लेने के लिये , ऑक्सीजन भी तोल कर मिलती है..!!
राम-कृष्ण जी घर जा रहे हैं ... छुट्टी पर..!! जो कि आन्ध्र-प्रदेश के ईस्ट-गोदावरी जिले मे है...!!
तीन दिन पहले निकले थे, छुट्टी पर..!! एक दिन की पैदल यात्रा कर तंगधार हैड-क्वार्टर पहुंचे..!! हैड-क्वार्टर से श्री नगर ..श्री नगर से जम्मू होते हुए नई-दिल्ली स्टेशन पहुंचे..गाड़ी डिपार्चर से एक घंटा पहले..!!!
इनका रिजर्वेशन नहीं था..तो नई दिल्ली स्टेशन पर किसी ऐजेंट के झांसे मे आ गए..!! वो इनको “अजमेरी गेट" साईड , नजदीक के ऑफिस मे ले गया..!! उसने पहले तो इनको थर्ड एसी का टिकिट दो-चार सौ एक्स्ट्रा चार्ज पर उपलब्ध कराने की बात कही..!!
ये कहकर हजार रुपये लिये.. फिर इनसे इनका आईडेंटिटि कार्ड लिया.. रिजर्वेशन के बहाने..!!
थौड़ी देर के बाद , वो इनसे साढ़े बारह हजार रूपये की डिमांड करने लगा..!!
जो कि राम-कृष्ण जी ने सिरे से खारिज कर दिया..ये कहकर कि इतनी तो फ्लाईट की टिकिट भी नहीं होती..!! आप मुझे स्लीपर की टिकिट अरेंज कर दीजीये..!!
फिर उसने , एक सैकंड-स्लीपर की टिकिट थमा दी..!! और टोटल छ:हजार मांगने लगा..!!
इन्होने कहा.. मुझे नहीं चाहिये टिकिट..!!
लेकिन फिर वो और उसके चेले (जो पहले से वहां मौजूद थे) इन्हे धमकी देने लगे कि, आपका आई-कार्ड नहीं देंगे..!!
उधर, गाड़ी छूटने का समय हुआ जा रहा था..!!
राम-कृष्ण जी, बुरी तरह फंस चुके थे.. लड़ाई-झगड़ा करते तो भी कोई फायदा होता नजर नहीं आ रहा था..!! रात का समय था, अकेले थे, ढेर सारा लगेज भी था..हिंदी भी काम-चलाऊ बोल पीतें हैं..!!
ऐसा नहीं है कि ये उनका मुकाबला नहीं कर सकते थे, लेकिन गाड़ी के समय और हालात ने इन्हे लाचार कर दिया..!!
छुट्टी पर घर लौटते सैनिक की मनो-स्थिति आप अच्छी तरह समझ सकतें हैं, और खास कर उस सैनिक की, जो तंगधार जैसी दुनिया की सबसे दुर्गम परिस्थितियों मे तैनात हो..!!
तीन दिन की लगातार यात्रा ने राम-कृष्ण जी को पहले ही पस्त कर रखा था, ऊपर से आई-कार्ड जाने के डर से हालात से समझोता करना पड़ा..!!
बहरहाल.. राम-कृष्ण जी ने रुपये देकर , पीछा छुड़ाना ही मुनासिब समझा..!! उस हरामखोर ने इनका कार्ड पड़ोसी की स्वाईप मशीन मे स्वाईप किया..!! जिस पर “श्री बाला जी टेलिकोम” का नाम छपा है (आप सलग्न फोटो मे रशीद देख सकतें हैं)
(अब , दिल्ली के मित्रों को ये पता लगाना ज्यादा मुश्किल नहीं होगा कि वो कौन था..!!
जैसा कि राम-कृष्ण जी बता रहें हैं, नई-दिल्ली स्टेशन पर अजमेरी गेट साईड CRPF की चोकी के नजदीक ही उसकी कोई दुकान नुमा ऑफिस है...!!!)
दो हजार रुपये कैश लिये और कार्ड ट्रांजैक्शन हुआ..3820का..!!
टोटल 5820 रूपये देश के उस वीर सैनिक के ठग लिये गये, जिसकी बदौलत वो हरामखोर, चैन की नींद सोता है..!!
ये स्लीपर की टिकिट लेकर, जैसे तैसे...गाड़ी छूटने से दो मिनिट पहले पहुंचे..!!
टी टी ई ने जब इनका टिकट चैक किया तो बोला कि ये सीट तो किसी महिला के नाम से बुक है..!!
अब राम-कृष्ण जी पूरी तरह सदमे मे आ गये..!! हम-आप भी ऐसी परिस्थिति मे, ऐसे ही डिप्रेशन मे जा सकतें हैं..!!
किसी तरह टी टी ई से बात करके इनको वो सीट मिल पाई..!!
इस पोस्ट से मेरा उद्देश्य एक तो ये है कि …
आप कभी भी ऐजेंटों के चक्कर मे ना फंसे...!! अपना एडवांस रिजर्वेशन करवा कर चलें, क्योंकि आप तंगधार जैसी जगह पर नहीं रहते,..आपके हाथ मे स्मार्ट फोन है..उसका अधिकाधिक उपयोग कीजीये...!!
रेलमंत्री के अथक प्रयासों से रेल यात्रा दिनो-दिन सुगम होती जा रही है..!!
और दूसरा उद्देश्य ..उस हरामखोर को किसी तरह दबोचा जाये ,जो हराम की कमाई के लिये, देश के सैनिक को भी नहीं छौड़ता..!! जबकि वर्तमान मे देश की जनता के मन मे इनके लिये अथाह सम्मान और आदर पनप रहा है..!! किसी तरह ये सूचना विभिन्न मंत्रालयों तक पहुंचे..!! हो सके तो प्रधान सेवक जी तक भी.. तांकि ऐसे लोगों की गांव कूटी जा सके..!!
हालांकि, राम-कृष्ण जी ने भी , मन बना लिया है कि घर से वाप स लौटने पर वो अपनी विकराल स्वरूप अवश्य दिखाऐंगे..!!
आप भी थौड़ा कर्तव्य निभाएं..देश के सैनिक को न्याय दिलवाएं..!!
बात छोटी नहीं है..उठी है तो दूर तक जायेगी..!!
लगाओ जोर..
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राम-कृष्ण जी का मोबाईल नंबर 9002473389

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