पूर्व सरकार में क्रायोजेनिक इंजिन को विकसित कर रहे वैज्ञानिको को तकनीक बेचने का आरोपी बता दिया था , सीबीआई की रेड करवाई उनके घरो में, परिवार के सामने अपमानित किया, सीबीआई की टीम जानते हैं कौनसी थी? वही जो बाद में गुजरात में इशरत जहाँ केस में मोदीजी को फ़साने में लगी थी...
*उनका पूरा करियर चौपट कर दिया सुप्रीम कोर्ट से वो बेदाग़ साबित हुए, अदालत ने उनसे कहा की आप जितना चाहे मुआवजा मांग सकते हैं, पर वैज्ञानिको ने कहा वो सम्मान की लड़ाई लड़ने आये थे न की मुआवजे के लिए और फूट फूट कर रोये...!!*
*कल्पना करिए देश के शीर्षस्थ वैज्ञानिको के साथ हुए व्यवहार से उन्हें,उनके परिवार,सहयोगियों और उनके सामाजिक दायरे पर किया असर हुआ होगा ?*
*ये सब किया ताकि भारत ये.क्रायोजेनिक इंजिन न बना सके इसलिए किया...*
*ईन वैज्ञानिको को फर्जी मुकदमे में न फसाया होता तो 2005-2008 में ही ये उपलब्धि हासिल हो जाती..!!*
कल की इसरो की उपलब्धि की सबने खुले दिल से प्रशंशा की और किसी ने इसे सरकार को क्रेडिट नहीं दिया पर अभी देखा कुछ लोग कांग्रेस को श्रेय देने का घ्रणित कार्य कर रहे है तो सोचा ये घटिया प्रसंग सामने रखना जरूरी है ।
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