Thursday, 8 June 2017

पत्थरबाजों की तरह मुंँह पर कपड़ा बांधकर कौन सा किसान आन्दोलन करता है? इसी तरह फल सब्जियों और अन्न को सरेआम पैरों तले रौंदकर उसका अपमान करने वाले असली किसान नहीं हो सकते। एक वेबसाइट पर भी महाराष्ट्र के एक ‘‘आन्दोलन” (?) में प्रदर्शन कर रहे किसानों के वेश में कुछ स्थानीय छुटभैये कांग्रेसी नेता पकड़ में आए थे।
 शातिर दिमाग कांग्रेस से पार पाने के लिए भाजपा नेताओं को अभी बहुत कुछ सीखना पड़ेगा। कांग्रेस 2019 मे सत्ता पाने के लिए बैचेन है। पहले कश्मीर मे पिछे से फारूख अब्दुल्ला के साथ मिलकर पतथरबाजो को समर्थन दिया। उसके बाद राहुल गांधी सहारनपुर जा कर जातिय हिंसा को हवा दी और आज मध्यप्रदेश मे किसानों के नाम पर कांग्रेसी आगजनी कर रहे हैं।

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