Sunday, 12 July 2015

Amit Sharma
मुझे आज भी याद है कि बचपन मे कैसे दूरदर्शन पर *फिचर फिल्म* देखने कि उत्सुकता बनी रहती थी |
फिल्म का प्रारम्भ होता था , ईश्वर की स्तुति , प्रार्थना के साथ , मंत्रो का गान होता था तब जा कर फिचर फिल्म प्रारम्भ होती थी |समय बितता गया और परिवर्तन आने लगा |
फिचर फिल्म के प्रारम्भ होने से पहले ईश्वर स्तुति प्रार्थना को समाप्त कर दिया गया |
सेकुलर हिजड़े जमात को डर लगता था कि कही ईश्वर वंदना के कारण उनके जिहादी भाई फिचर फिल्म को देखना न बन्द कर दे जिससे उनको धन की हानि न हो जाए |
मुस्लिम तुष्टीकरण की नीतियाँ फिचर फिल्मों मे भी लागू हो गई |
किन्तु फिल्मकार एस.एस.राजमौली की फिल्म 'बाहुबली : द बिगिनिंग' ने उन सभी सेकूलर हिजड़े जमातों के पिछवाड़े लाल कर दिये |
इस फिल्म ने पहले ही दिन 50 करोड़ का रिकॉर्ड बना दिया है जो यह सिद्ध करती है कि मात्र तुष्टीकरण के दवारा फिल्मों से पैसे नहीं कमाए जा सकते है अपितु अच्छी कहानी, ग्राफिक्स ,तकनीकी के स्तमाल के माध्यम से भी कमाई कि जा सकती है |
इस फिल्ममे आप भगवान शिव और माता काली के दर्शन विभिन्न चलचित्र भागो मे देख सकते है|
Amit Sharma ने 2 नई फ़ोटो जोड़ी.
मुझे आज भी याद है कि बचपन मे कैसे दूरदर्शन पर *फिचर फिल्म* देखने कि उत्सुकता बनी रहती थी |
फिल्म का प्रारम्भ होता था , ईश्वर की स्तुति , प्रार्थना के साथ , मंत्रो का गान होता था तब जा कर फिचर फिल्म प्रारम्भ होती थी |समय बितता गया और परिवर्तन आने लगा |
फिचर फिल्म के प्रारम्भ होने से पहले ईश्वर स्तुति प्रार्थना को समाप्त कर दिया गया |
सेकुलर हिजड़े जमात को डर लगता था कि कही ईश्वर वंदना के कारण उनके जिहादी भाई फिचर फिल्म को देखना न बन्द कर दे जिससे उनको धन की हानि न हो जाए |
मुस्लिम तुष्टीकरण की नीतियाँ फिचर फिल्मों मे भी लागू हो गई |
किन्तु फिल्मकार एस.एस.राजमौली की फिल्म 'बाहुबली : द बिगिनिंग' ने उन सभी सेकूलर हिजड़े जमातों के पिछवाड़े लाल कर दिये |
इस फिल्म ने पहले ही दिन 50 करोड़ का रिकॉर्ड बना दिया है जो यह सिद्ध करती है कि मात्र तुष्टीकरण के दवारा फिल्मों से पैसे नहीं कमाए जा सकते है अपितु अच्छी कहानी, ग्राफिक्स ,तकनीकी के स्तमाल के माध्यम से भी कमाई कि जा सकती है |
इस फिल्ममे आप भगवान शिव और माता काली के दर्शन विभिन्न चलचित्र भागो मे देख सकते है|
‪#‎BAAHUBALI‬ ‪#‎बाहुबली‬ ‪#‎SUPERDUPERHIT‬
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पुलिस कॉन्सटेबल की पत्नी बनी IAS ऑफिसर
घर का काम काज संभालने वाली एक बहू की कामयाबी की कहानी देख देश की हर महिला का सिर गर्व से ऊंचा हो जाएगा। ये बहू IAS के लिए चुनी गई हैं, देश की सबसे प्रतिष्ठित UPSC परीक्षा में सिपाही पति की पत्नी ने परचम लहराया है।
मेरठ में रहने वाली पूनम के पति संदीप गाजियाबाद में सिपाही के पद पर तैनात हैं। कल तक पूनम की बस इतनी सी पहचान थी, लेकिन साल 2014 UPSC परीक्षा में सफल होकर उसने एक नई पहचान बनाई हैं।
पूनम की इस कामयाबी से बच्चों मां पर नाज कर रहे हैं, तो पति संदीप भी पत्नी की कामयाबी पर बेहद खुश हैं।







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