Monday 13 July 2015

हमेशा खुश रहना चाहते हैं तो ..
● वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के पास अतिरिक्त कार्य है और कार्य को समय पर पूरा करने का प्रेशर भी। काम समय पर पूरा न हो पाने पर मानसिक तनाव होना सामान्य बात है।
● व्यक्ति तनाव में घर जाता है और फिर घर की परेशानी से और तनावग्रस्त हो जाता है। तनाव जीवन का नाश करता है, इससे दूर ही रहें तो अच्छा है। तनाव दूर करने के लिए कुछ आसान उपाय हम आपको बता रहे हैं, आप उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
1) सूर्योदय से पहले उठें, घूमने जाएं, हल्का व्यायाम या योग करें।
2) प्रातःकाल व सोते समय 15 मिनट ईश्वर का ध्यान करें।
3) स्वयं को जानें, अपनी प्रतिभा, क्षमता व सीमाओं को पहचानें।
4) हमेशा सकारात्मक चिंतन करें। नकारात्मक सोच से ऊर्जा नष्ट होती है।
5) जो है, उस पर संतोष करें व कर्म करने में पूर्ण विश्वास रखें।
6) उत्साह एवं आत्मविश्वास के साथ काम करें। व्यवस्थित दिनचर्या की आदत डालें।
7) सदैव वर्तमान में जीएं, भूत व भविष्य की व्यर्थ चिंता से बचें। सदैव प्रसन्नचित्त रहें। हंसते-हंसते जीना सीखें।
8) सादा व सरल जीवन जीएं। जीवन में गुणवत्ता पर विश्वास रखें। दिखावे से बचें।
9) हॉबीज (hobbies) विकसित करें। समय की पाबंदी का खयाल रखें। हमेशा वाणी पर संयम रखें। धैर्य व आत्मनियंत्रण रखें। परिवार के साथ छुट्टियां मनाएं।
10) अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन के लिए श्रेष्ठ धन है। दूसरों से स्वयं की तुलना करने से बचें। कम तथा सच्चे मित्र बनाएं।
इन बातों को जीवन में शामिल करने, व्यवहार में लाने में शुरू में परेशानी हो सकती है, परंतु कुछ समय बाद आप महसूस करेंगे कि आप तनावरहित एवं संतोषप्रद जीवन जी रहे हैं।

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एक बार भगतसिंह ने बातचीत करते हुए चन्द्रशेखर आज़ाद से कहा, 'पंडित जी, हम क्रान्तिकारियों के जीवन-मरण का कोई ठिकाना नहीं, अत: आप अपने घर का पता दे दें ताकि यदि आपको कुछ हो जाए तो आपके परिवार की कुछ सहायता की जा सके।'
चन्द्रशेखर सकते में आ गए और कहने लगे, 'पार्टी का कार्यकर्ता मैं हूँ, मेरा परिवार नहीं। उनसे तुम्हें क्या मतलब? दूसरी बात -उन्हें तुम्हारी मदद की जरूरत नहीं है और न ही मुझे जीवनी लिखवानी है। हम लोग नि:स्वार्थभाव से देश की सेवा में जुटे हैं, इसके एवज़ में न धन चाहिए और न ही ख्याति।

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अगर आप का आम मुक्यमंत्री अपनी इमेज के लिय 526 करोड़ खर्च करता हे तो इस देश के बाकी राज्य भी अपनी इमेज के लिय ऐसे ही खर्च करेगे तो क्या होगा देश का ?
30 राज्य हे इंडिया में और जब आम मुक्यमंत्री 526 करोड़ खर्च कर रहा हे तो वो यदि 1000 करोड़ खर्च करते हे तो भारत की जनता के तो गए ना 30 हजार करोड़ ,इमेज बनाने में ही ?
क्या आप को ऐसे नेता की जरूरत थी ? क्या केजरी आम आदमी का मुक्यमंत्री हे ?
क्या भारत ग्रीस की तरह दिवालिया नहीं हो जाएगा ऐसे फालतू खर्चों से??





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