दिल्ली भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अरविन्द्र गुप्ता एक उद्योगपति,इस व्यक्ति की तारीफ में शब्द नही।और गाली देने को मोदी जी ने मना किया हैं।ये इतना बड़ा ठग हैं कि उन लोग से भी पैसा लिया होगा जिन से मोदी जी को मिलवाया।
जिन लोगो को इसने मोदी जी को मिलवाया उनके बार मे तो सायद मुझे भी पता नही।लेकिन आदरणीय सुरेश चिपलूनकर जी, पवन अवस्थी जी, Ajit Singh जी, Anand Rajadhyaksha जी, Vivek Mishra जी, Tribhuwan Singh जी, DrSudhir Vyas जी, संजय कोटियाल जी, आनंद शर्मा जी, Sk Sharma जी Girdharilal Goyal जी, Girdhari Khandelwal जी, शिवेंद्र मोहन सिंह जी,बिदास बनारसी बोल जी,राज रसिया जी, गिरधारी भार्गव जीअविनाश सिंह भाई, Amit Kumar Jayswal भाई ये सभी कोई परिचय के महोताज नही हैं, ना ही ये लोग किसी स्वार्थ या पारितोष के कारण सोसल मिडिया में मोदी जी का पूरी तरह समर्थन कर रहे।
इस अक्ल के अंधे को ये लोग या ऐसे ही लाखो करोड़ो लोग नही दीखते जो बिना किसी स्वार्थ के मोदी या उनकी नीतियों का हर हाल में समर्थन कर रहे हैं।
इस ठग ने बिना किसी जानकारी के मोदी से उन लोगो को मिलवाया जो अंग्रेजो की अंतिम संताने हैं।और उन लाखो करोड़ो मोदी जी समर्थको को ह्तौत्साहित नही किया? इसने मोदी जी को भी गुमहराह किया हैं।
जिन लोगो को इसने मोदी जी को मिलवाया उनके बार मे तो सायद मुझे भी पता नही।लेकिन आदरणीय सुरेश चिपलूनकर जी, पवन अवस्थी जी, Ajit Singh जी, Anand Rajadhyaksha जी, Vivek Mishra जी, Tribhuwan Singh जी, DrSudhir Vyas जी, संजय कोटियाल जी, आनंद शर्मा जी, Sk Sharma जी Girdharilal Goyal जी, Girdhari Khandelwal जी, शिवेंद्र मोहन सिंह जी,बिदास बनारसी बोल जी,राज रसिया जी, गिरधारी भार्गव जीअविनाश सिंह भाई, Amit Kumar Jayswal भाई ये सभी कोई परिचय के महोताज नही हैं, ना ही ये लोग किसी स्वार्थ या पारितोष के कारण सोसल मिडिया में मोदी जी का पूरी तरह समर्थन कर रहे।
इस अक्ल के अंधे को ये लोग या ऐसे ही लाखो करोड़ो लोग नही दीखते जो बिना किसी स्वार्थ के मोदी या उनकी नीतियों का हर हाल में समर्थन कर रहे हैं।
इस ठग ने बिना किसी जानकारी के मोदी से उन लोगो को मिलवाया जो अंग्रेजो की अंतिम संताने हैं।और उन लाखो करोड़ो मोदी जी समर्थको को ह्तौत्साहित नही किया? इसने मोदी जी को भी गुमहराह किया हैं।
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एक बड़ी साजिश चल रही है..
आज जो बात मैं साझा करने जा रहा हूं, उस पर जरूरी है कि देश का प्रबुद्ध वर्ग गंभीरता से गौर करें। बिहार दौरे के वक्त कबीरपंथ और रामानंदी पंथ के संतों और आचार्यों की बैठक में शामिल हुआ। दो सौ से ज्यादा साधु और संतों के बीच एक बड़ी चर्चा सियासत पर भी चली। कुछ तथ्य ऐसे निकले, जिनसे मैं चौंक उठा। कबीरपंथ के कुछ संतों ने खुल कर बताया, बिहार चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के तमाम लोग उनसे संपर्क साध रहे हैं, जो मोदी सरकार की लगातार आलोचना और निंदा के एवज में मोटी रकम की पेशकश कर रहे हैं। जब ज्यादा खोदा तो हरियाणा के बड़े सियासी उद्योगपति का नाम आया .दूसरा नाम, यूपीए सरकार के एक मंत्री का उठा।
आज जो बात मैं साझा करने जा रहा हूं, उस पर जरूरी है कि देश का प्रबुद्ध वर्ग गंभीरता से गौर करें। बिहार दौरे के वक्त कबीरपंथ और रामानंदी पंथ के संतों और आचार्यों की बैठक में शामिल हुआ। दो सौ से ज्यादा साधु और संतों के बीच एक बड़ी चर्चा सियासत पर भी चली। कुछ तथ्य ऐसे निकले, जिनसे मैं चौंक उठा। कबीरपंथ के कुछ संतों ने खुल कर बताया, बिहार चुनाव के मद्देनजर दिल्ली के तमाम लोग उनसे संपर्क साध रहे हैं, जो मोदी सरकार की लगातार आलोचना और निंदा के एवज में मोटी रकम की पेशकश कर रहे हैं। जब ज्यादा खोदा तो हरियाणा के बड़े सियासी उद्योगपति का नाम आया .दूसरा नाम, यूपीए सरकार के एक मंत्री का उठा।
बताया गया, संतों को दो एजंडे दिए जा रहे हैं। पहला, पांच साल तक लगातार इस बात का हौवा मचाओ कि मोदी सरकार में कोई विकास नहीं हो रहा है, दूसरे, मोदी सरकार को ब्राह्मणवादी और मूलनिवासी विरोधी घोषित करते रहो।
कबीरपंथ के संतों को इस काम में कहीं ज्यादा मोटी रकम की पेशकश की जा रही है। वजह साफ है, बिहार में कबीरपंथी समाज का आधार यादवों और पंचफोड़ना जातियों का है। जो ढाई करोड़ से ज्यादा है और 130 सीटों पर गेम चेंजर हो सकते हैं।
कबीरपंथ के संतों को इस काम में कहीं ज्यादा मोटी रकम की पेशकश की जा रही है। वजह साफ है, बिहार में कबीरपंथी समाज का आधार यादवों और पंचफोड़ना जातियों का है। जो ढाई करोड़ से ज्यादा है और 130 सीटों पर गेम चेंजर हो सकते हैं।
फिर फेसबुक पर देख रहा हूं, ऐसे तमाम लोग जिन्हें पॉलिसी ड्राफ्ट देखने की तमीज नहीं, वो नीतियों पर प्रहार कर रहे हैं। चीख रहे हैं..विकास नहीं हुआ..विकास नहीं हुआ।
शायद भारत तोड़ू दस्ते की सक्रियता का दायरा कहीं बड़ा है..?
यदि इंटैलिजेंस का कोई शख्स इस पोस्ट को पढ़ रहा है तो संपर्क करें..बड़ी लीड मिल सकती है।
यदि इंटैलिजेंस का कोई शख्स इस पोस्ट को पढ़ रहा है तो संपर्क करें..बड़ी लीड मिल सकती है।
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2014 तक कांग्रेस का केन्द्र मे शासन था ! वो लोग चुप क्यों थे? में बताता हूँ ! व्यापम स्कॅम मे कॉंग्रेसी दें है ! इसीलिये जब तक उन लोगों का देहान्त नेहीं हो जाता जिसका लिंक कांग्रेस से है, तब तक कांग्रेस खामोश बैठा था ! अब सब को रास्ते से हटा कर कांग्रेस चिल्ला रहा है !
33 साल की म. प्र. सरकार की सर्विस में क्या क्या नही देखा कितने ही व्यापम बिना व्यापम की परीक्षा के हो गए।
मुख्य मंत्री शिवराज जी ने स्व्यं आगे बढ़कर जांच करबाई , इसी जांच में कांग्रेस अपनी जमीन तलाश रही है।
अधिकांस दोषी लोकलाज के भय से आत्म हत्या कर रहे है या फरार हो रहे है या कॉंग्रेस उन्हे मार दे रही है जिसे हत्या या गायब करना कहा जा रहा है।
मुख्य मंत्री शिवराज जी ने स्व्यं आगे बढ़कर जांच करबाई , इसी जांच में कांग्रेस अपनी जमीन तलाश रही है।
अधिकांस दोषी लोकलाज के भय से आत्म हत्या कर रहे है या फरार हो रहे है या कॉंग्रेस उन्हे मार दे रही है जिसे हत्या या गायब करना कहा जा रहा है।
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कौन कहता है मदरसो में पढाई नहीं होती
1 बम + 786 = 72 हुर्रे
ये गणित की पढाई नहीं तो क्या है..........
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भारतीय सेना ने जटिल इंसास रायफल की जगह इंडिन असॉल्ट रायफल का प्रयोग करने
का फैसला किया है। सेना के इस फैसले से हजारों करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत होगी और
घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा, रायफल के बारे में फैसला आर्मी चीफ जनरल
दलबीर सिंह ने लिया ...
का फैसला किया है। सेना के इस फैसले से हजारों करोड़ विदेशी मुद्रा की बचत होगी और
घरेलू उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा, रायफल के बारे में फैसला आर्मी चीफ जनरल
दलबीर सिंह ने लिया ...
आर्मी ने मल्टी कैलिबर असॉल्ट रायफल आयात करने का 4,848 करोड़ रुपए का ऑर्डर
15 जून को कैंसल कर दिया था। इस बात की जानकारी सबसे पहले मेल टुडे ने 1 जुलाई
को दी थी। आर्मी के एक वरिष्ठ सूत्र ने मेल टुडे को बताया, 'हम इंडिया में डिजाइन हुई
और बनाई गई रायफल का उपयोग करने जा रहे हैं ...
15 जून को कैंसल कर दिया था। इस बात की जानकारी सबसे पहले मेल टुडे ने 1 जुलाई
को दी थी। आर्मी के एक वरिष्ठ सूत्र ने मेल टुडे को बताया, 'हम इंडिया में डिजाइन हुई
और बनाई गई रायफल का उपयोग करने जा रहे हैं ...
डीआरडीओ द्वारा डिजाइन की गईं 'एक्सकैलिबर' असॉल्ट रायफल का पिछले महीने
परीक्षण किया गया था। पुणे में हुए इस परीक्षण के परिणाम से आर्मी बहुत ही उत्साहित
है। आर्मी के ही एक अधिकारी के मुताबिक एक्सकैलिबर रायफल में 24 हजार राउंड
गोलियां चलाने के बाद केवल दो ही स्टॉपेज आए थे ...
परीक्षण किया गया था। पुणे में हुए इस परीक्षण के परिणाम से आर्मी बहुत ही उत्साहित
है। आर्मी के ही एक अधिकारी के मुताबिक एक्सकैलिबर रायफल में 24 हजार राउंड
गोलियां चलाने के बाद केवल दो ही स्टॉपेज आए थे ...
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