Sunday 12 July 2015

मिडिया की नज़र में सच्चा सेक्युलर साहित्यकार वही जो हिंदी हिन्दू को दे गरियाय ।।
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"प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान 'जाने' से पहले देश को विश्वास में नहीं लिया"-कांग्रेस
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कांग्रेस ने पाकिस्तान बनाने से पहले देश को विश्वास में लिया था?
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गवाह पर हमला : आशाराम बापू के खिलाफ साजिश 
सरकारी गवाह सुधा पटेल ने आशाराम बापू के विरुद्ध हुए षड़यंत्र की पोल पट्टी जोधपुर सेशन कोर्ट मे न्यायाधीश श्री मनोज कुमार व्यास के सामने खोल दी थी, इससे बौखलाए षड्यंत्रकारियों ने बाकी गवाहों पर हमले चालू कर दिये ताकि अन्य गवाह भी न्यायाधीश के सामने इनके षड़यंत्र की पोल पट्टी न खोल दे ।
 गवाह पर हमला करने से दो काम एक साथ हो जाएंगे गवाह मर जाएगा और उसका आरोप आशाराम बापू पर लगा देंगे  आशाराम बापू पर एक और नया मामला दायर हो जाएगा । इस हमले को देख कर कोर्ट उनकी जमानत याचिका खारिज कर देगा ।
 पिछले 15 महीनों से यही चल रहा है । जब भी बापू के पक्ष मे कोई बयान देता है और उनकी जमानत का रास्ता साफ होता है फिर कोई गवाह पर हमला कर दिया जाता है और आरोप आशाराम बापू पर लगा दिया जाता है । और बिकाऊ दलाल मीडिया को देखो जब सरकारी गवाह सुधा पटेल ने आशाराम बापू के सपक्ष मे बयान दिया और षड्यंत्रकारियों की कोर्ट मे पोल खोल दी तो उसकी कोई भी खबर न्यूज़ चेनलों ने नहीं चलायी । लेकिन गवाह पर हमले की एकतरफा न्यूज़ चलाकर रंडी रोना रो रहे है । कुछ दलाल न्यूज़ चेनल भी इस षड्यंत्र मे शामिल है अब यह स्पष्ट हो गया है । आशाराम बापू के विरुद्ध हुए अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र की परतें अब धीरे धीरे खुल रही है ।
https://www.youtube.com/watch…

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अरून शुक्ला, 
.महानुभाव हिन्दुओं ! याद रखना,
लाहौर, पेशावर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी में रहने वाले हिन्दुओं के पास कौई कमी नहीं थी धन दौलत, जमीन, जायदाद, जैवर, की . . . .लेकिन फिर भी मार-काट करके और हिन्दुओं की महिलाओं के साथ दुराचार करके, धक्के मार-मार कर भगा दिए गए . . .
और आज तक १७% से १% रह गये हिन्दुओं को हर प्रकार से प्रताड़ित किया जा रहा है और हिन्दू लड़कियों का अपहरण करके उनके साथ बलात्कार करके धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है ।
धक्के मार-मार के पाकिस्तान से भगा गये हिन्दू भी ये सोचते थे की मुसलमान हमारे साथ गलत व्यवहार नहीं करेंगे . . . मगर इतिहास गवाह है कि मुसलमानों ने कभी भी अपने मजहब से ज्यादा किसी और चीज़ को तरजीह नहीं दी चाहे वो दोस्ती हो या भाईचारा . . . .
इसलिए सेक्युलर हिन्दुओं ज़रा संभल जाओ . . . नहीं तो इतिहास फिर दोहराया जायेगा . . . और जिम्मेदार आप ही होंगे . . .
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जीवन को राह दिखाती ये नौ बातें--
 आचार्य चाणक्य जी की नौ महत्त्वपूर्ण बातें 
चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाने वाले कौटिल्य को दुनिया आचार्य चाणक्य नाम से जानती है। दुनिया को कूटनिति, अर्थशास्त्र और राजनीति का गूढ़ पाठ पठाने वाले चाणक्य जीवन दर्शन के भी बड़े विद्वान् थे। उन्होंने अपने अनुभवों से जो कुछ भी सीखा उसे औरों को भी सिखाया। उन्होंने दुनिया के सामने कुछ ऐसी नीतियाँ रखीं जिसे आज भी चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। इन बातों में आदर्शवादिता के साथ-साथ यथार्थ की भी स्पष्ट झलक दिखाई देती है। जानिए चाणक्य की सिखाई 9 गूढ़ बातें जो जीवन की राह को रोशनी दिखाती हैंः--
(1.) चाणक्य के मुताबिक जो समय बीत गया, उसे याद कर पछताना बेकार है। अगर आपसे कोई बड़ी गलती हुई है तो उससे सीख लेकर वर्तमान को श्रेष्ठ बनाने का प्रयास करना चाहिए।
(2.) जो धन बहुत मेहनत के बाद मिले, जिसके लिए अपने धर्म का त्याग करना पड़े, जिसके लिए शत्रुओं की खुशामद करनी पड़े उसका मोह नहीं करना चाहिए।
(3.) अगर किसी कार्य को प्रारंभ करो तो तीन बातों को सदैव ध्यान में रखो। पहला कि यह तुम क्यों करना चाहते हो ? दूसरा इस काम का क्या नतीजा होगा ? और क्या इसमें आपको सफलता मिलेगी कि नहीं ?
(4.) कोई भी सांप अगर विषैला नहीं है तो भी उसे फुफकारना नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि अगर उसने स्वयं को विषहीन सिद्ध कर दिया तो उसके प्राण संकट में पड़ जाएंगे। यानी अपनी मूल प्रवृति नहीं त्यागनी चाहिए ।
(5.) किसी पदार्थ की सुगंध के प्रसार के लिए हवा की दरकार होती है, लेकिन व्यक्ति का गुण या योग्यता किसी हवा के मोहताज नहीं होते।
(6.) किसी के अधीन रहने से ज्यादा कष्टदायक दूसरे के घर में रहना है।
(7.) आपका कोई मित्र अगर सामने मीठी-मीठी बातें करता है और पीठ पीछे आपके बने काम बिगाड़ने में लगा रहता है तो ऐसे दोस्तों को छोडने में ही भलाई है।
(8.) कमजोर व्यक्ति से कभी भी दोस्ती न करें क्योंकि वह आप पर उस समय हमला कर सकता है जिसके बारे में आप कल्पना भी नहीं कर सकते।
(9.) हजारों पशुओं के बीच भी बछड़ा अपनी माता के पास ही आ जाता है, वैसे ही आपके कर्मो के फल भी इस जगत में मौजूद होता है जिसे तुम्हें ढूंढना होता है।
चाणक्य नीति
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