Friday, 3 July 2015

केन्द्र सरकार ने रक्षा क्षेत्र में उत्पादन के लिए 56 नये लाईसेंस टाटा, महिंद्रा और पीपावाव कम्पनी को दिए हैं... टाटा होवित्ज़र तोपों के पार्ट्स, T-72, T-90 टैंकों के निर्माण में भागीदारी करेगी, जबकि महिंद्रा नौसेना के टोरपीडो क्षेत्र, टेक-महिंद्रा सेना के संचार एवं नेटवर्किंग जबकि पीपावाव कम्पनी सेन्सर्स और मध्यम दूरी की मिसाईल निर्माण में भागीदार होंगे...
लाईसेंस का यह आवेदन पिछले पाँच वर्ष से UPA-2 सरकार के रक्षा मंत्रालय में धूल खा रहा था... अब ये तीनों कम्पनियाँ प्लांट लगाकर उत्पादन शुरू करेंगी जिसमें दो साल और लगेंगे... लेकिन फिर भी उम्मीद की जाती है कि सरकार इसी रफ्तार से काम करती रही, तो अगले दस वर्ष के बाद भारत को बहुत से रक्षा उपकरण और कलपुर्जे आयात नहीं करने पड़ेंगे...
जो राष्ट्रहितों के मद्देनज़र सोचते है उन्हे ही इस तरह के कार्यों पर मोदी सरकार पर गर्व हो सकता है वरना एक परिवार की चाटुकारिता के लिए साठ वर्ष भी कम पड़ गये।
😊

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